निरभ्र चादंराती...

Started by Lyrics Swapnil Chatge, April 14, 2014, 10:43:52 AM

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Lyrics Swapnil Chatge

तुझ्या आठवणीचे क्षण...(प्रेम चारोळी)

निरभ्र चादंराती आकाशात आज,
पोर्णिमेचा चंद्रही सजला होता...
अन् पाहताच समोरी चादंणीला,
वेडा चंद्रही आज थिजला होता...!!
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©स्वप्नील चटगे.