* तेरे जाने के बाद *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, December 21, 2014, 10:27:37 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

सुनी पडी है गलीयाँ
तेरे जाने के बाद
सुक गए है पेडपौधे
तेरे जाने के बाद
मुरझा गए है फुल
तेरे जाने के बाद
कभी वक्त मिले तो लौटकर देखना
विरान पडा है गाव
तेरे जाने के बाद...!
कवी-गणेश साळुंखे...!