Marathi Kavita : मराठी कविता

मराठी कविता | Marathi Kavita => Bhakti Kavita => Topic started by: विक्रांत on August 06, 2013, 11:08:49 PM

Title: इवल्या सत्याला
Post by: विक्रांत on August 06, 2013, 11:08:49 PM
इवल्या सत्याला | जप जीवापाड |
अंकुराचा वड | होत असे ||१
विटाळ कधी ना | मानवा जन्माचा
प्रकाश गर्भाचा | तेथ असे ||२
मागचा हिशोब | मागेच असू दे |
नव्याने येवू दे | तुज डोळे ||३
पंखाना आधार | असते आकाश |
केवळ विश्वास | तेथ नसे ||४
तुझ्या पाठीवर | कुणाचे ना ओझे |
वाकल्या देहाचे | व्यर्थ भास ||५
काय सांगू तुज | आणखी अजून |
तुच वेटाळून | शब्द माझे ||६

विक्रांत प्रभाकर
Title: Re: इवल्या सत्याला
Post by: shashaank on August 07, 2013, 09:29:44 AM
jabardast ....
Title: Re: इवल्या सत्याला
Post by: विक्रांत on August 07, 2013, 08:53:19 PM
धन्यवाद शशांक