Marathi Kavita : मराठी कविता

मराठी कविता | Marathi Kavita => Hindi Kavita => Topic started by: siddheshwar vilas patankar on October 14, 2016, 01:34:31 PM

Title: कविता II हमारी गिरेबान तक पहुच मत , आस्मान कम पडेगा II
Post by: siddheshwar vilas patankar on October 14, 2016, 01:34:31 PM

हमारी गिरेबान तक पहुच मत

आस्मान कम पडेगा

पैर के नाखुन को देख के दिखा

देखने के लायक नही रहेगा

वह चीझ बनी नही अबतक

जो गिरेबान को छू सके   

सर से लेके पाव तक लोहा है जुडा

सिर्फ और सिर्फ इन्सानियतहि उसे पिघला सके


सिद्धेश्वर विलास पाटणकर C