दिल से हो तो इबादत रोज होनी चाहिए
वतन पूजने की आदत रोज होनी चाहिए
जश्न मनाने का त्योहार यक़ीनन है आज
यूँ इतराने की जुरूरत रोज होनी चाहिए
दुश्मन ज़ख्म दे क्या तब ही हम गुर्रायेंगे
जरूरी है कि शहादत रोज होनी चाहिए
एक दिन की चाहत तो दगाबाज करते है
मौकों पर नही मुहब्बत रोज होनी चाहिए
शशि फिजा रंगीन हो गई है तीन रंगों से
फिजाओं में ये रंगत रोज होनी चाहिए
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शशिकांत शांडिले (एकांत), नागपुर
भ्र.९९७५९९५४५०