IIओम सूर्याय नमःII
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मित्र/मैत्रिणींनो,
आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्यदेव अमृतवाणी .
श्री सूर्यदेव अमृतवाणी
क्रमांक-2
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दो पत्नी संध्या और छाया
हनुमान सा शिष्य भी पाया
तुम दुख हारी तुम सुख कारी
भव भंजक तुम , तुम शुभ कारी.
तुमने दैत्य राक्षस मारे
इस धरती के कष्ट निवारे
तेज तुम्हारा शक्ती वर्धक
बने विवेकी सारे साधक.
दीनदयाल निधी शिव के प्यारे
सूर्यदेव ऐसे है हमारे
तुम्ही भानू हो तुम्ही दिवाकर
शीश झुके सब सम्मुख आकर.
रविवार है वार तुम्हारा
कष्ट हरो भक्तो का सारा
नवग्रह नभ मे चांद तारे
सबको देते तुम ही सहारे.
इस मन मे प्रकाश भरो तुम
तम् धरती का सूर्य हरो तुम
शीश झुकाये दिव्य स्वरूपा
तेज भर ये रूप अनुपा.
जिसने रवी चालीसा गायी
ख़ुशी उशी के घर मे आयी
रवी की पूजा जग मे होती
सूर्य देते आंखो की ज्योती.
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गायिका : पामेला जैन
म्युझिक : सॅम्युएल पॉल , बिजेंद्र चौहान
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(साभार एवं सौजन्य-म्युझिक/लेबल ग्राफिक्स:विंग्स म्युझिक)
(संदर्भ-भजन इंडिया/युट्युब.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.11.2021-रविवार.