II गणतंत्र दिवस II
कविता क्रमांक-4
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मित्रो,
आज बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ है. इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, गणतंत्र दिवस पर कविताए.
आज तिरंगा फहराते है, अपनी पूरी शान से
हमें मिली आजादी, वीर शहीदों के बलिदान से
आजादी के लिए हमारी, लंबी चली लड़ाई थी
लाखों लोगों ने प्राणों से, कीमत बड़ी चुकाई थी
व्यापारी बनकर आए और छल से हम पर राज किया
हमको आपस में लड़वाने की नीति पर उन्होंने काम किया
हमने अपना गौरव पाया अपने स्वाभिमान से
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से
गांधी, तिलक, सुभाष, जवाहर का प्यारा यह देश है
जियो और जीने दो का सबको देता संदेश है
लगी गूंजने दसों दिशाएं वीरों के यशगान से
हमें मिली आजादी वीर शहीदों के बलिदान से
हमें हमारी मातृभूमि से इतना मिला दुलार है
उसके आंचल की छाया से छोटा यह संसार है
विश्व शांति की चली हवाएं अपने हिंदुस्तान से
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से
--सुरेश सैनी
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(साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rk अलर्ट.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.01.2022-बुधवार.