II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,
आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे एक भक्ती - भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन याचे बोल आहेत -"इक दिन वो भोले भंडारी"
शिव शंकर भक्ती-भजन
"इक दिन वो भोले भंडारी"
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इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रिज नारी
गोकुल में आ गए हैं
गोकुल में आ गए हैं.
–कोरस—
इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रिज नारी
गोकुल में आ गए हैं
गोकुल में आ गए हैं.
पार्वती भी मना के हारी
ना माने त्रिपुरारी
गोकुल में आ गए
गोकुल में आ गए.
–कोरस—
इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रिज नारी
गोकुल में आ गए हैं
गोकुल में आ गए हैं.
पार्वती से बोले
मैं भी चलूँगा तेरे संग में
राधा संग श्याम नाचे
नाचूँगा मैं भी तेरे संग में.
रास रचेगा ब्रिज मैं भारी
हमे दिखादो प्यारी
गोकुल में आ गए
गोकुल में आ गए.
–कोरस—
इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रिज नारी
गोकुल में आ गए हैं
गोकुल में आ गए हैं.
ओ मेरे भोले स्वामी
कैसे ले जाऊं अपने साथ में
मोहन के सिवा कोई
पुरुष ना जाए उस रात में.
हंसी करेगी ब्रिज की नारी
मानो बात हमारी
गोकुल में आ गए
गोकुल में आ गए.
–कोरस—
इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रिज नारी
गोकुल में आ गए हैं
गोकुल में आ गए हैं.
ऐसा बना दो मुझको
कोई ना जाने इस राज को
मैं हूँ सहेली तेरी
ऐसा बताना ब्रिज राज को.
बना के जुड़ा पहन के साड़ी
चाल चले मतवाली
गोकुल में आ गए
गोकुल में आ गए.
–कोरस—
इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रिज नारी
गोकुल में आ गए हैं
गोकुल में आ गए हैं.
देखा जो मोहन ने तो
समझ गये वो सारी बात रे
ऐसी बजाई मुरली
सुध बुध भूले भोलेनाथ रे.
सिर से खिसक गयी जब साड़ी
मुस्काये गिरधारी
गोकुल में आ गए
गोकुल में आ गए.
–कोरस—
इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रिज नारी
गोकुल में आ गए हैं
गोकुल में आ गए हैं.
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गायक- रवी राज
गीतकार- हंसराज रैलहान
म्युझिक लेबल -वेव्ह म्युझिक
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(साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी भजन.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-31.01.2022-सोमवार.