Marathi Kavita : मराठी कविता

मराठी कविता | Marathi Kavita => Bhakti Kavita => Topic started by: Atul Kaviraje on February 05, 2022, 11:27:14 PM

Title: II जय श्री हनुमान II-श्री हनुमान भजन-"बजरंग बाला ने पवन के लाला ने"
Post by: Atul Kaviraje on February 05, 2022, 11:27:14 PM
                                         II जय श्री हनुमान II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज शनिवार. देव हनुमंताचा वार. आज ऐकुया, मारुतीचे एक भजन. या हनुमान भजनIचे बोल आहेत- "बजरंग बाला ने पवन के लाला ने"

     पवन पुत्र हनुमान जी का अति पावन भजन "बजरंग बाला ने पवन के लाला ने कोटन कोट प्रणाम भजन - Bajrang Bala Ne Pawan Ke Lala Ne Kotan Kot Pranaam – लखबीर सिंह लक्खा जी के द्वारा गाया गया है। इस भजन में श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी की राम भक्ति बताया गया है।


                                        श्री हनुमान भजन
                               "बजरंग बाला ने पवन के लाला ने"
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बजरंग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम,
भिखारी तेरे द्वार का,
बजरँग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम।।

कैसा कैसा काम,
राजा राम का बनाया,
दरिया ने लांघ,
सूद सीता जी की ल्याया,
अंजनी का लाड़ला,
लाड़ला, लाड़ला,
सेवक जो राम का,
बजरँग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम।।

शक्ति लागि लक्ष्मण के,
मूर्च्छा जद आयी,
संजीवन बूटी ल्याके,
बाबा जान थी बचाई,
बाजे है डंका,
बाजे है, बाजे है,
बजरंग के नाम का,
बजरँग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम।।

थारे ही भरोसे,
बाबा ठान ली लड़ाई
लंका ने ढा गई,
ढा गई, ढा गई,
हट कुण काम का,
बजरँग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम।।

'श्याम बहादुर' भी तो,
बाबा थारो ही पुजारी,
ओ अंजनी के लाला,
थापे जाऊं बलिहारी,
सारोगा काज थे,
काज थे, काज थे,
थारे गुलाम का,
बजरँग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम।।

बजरंग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम,
भिखारी तेरे द्वार का,
बजरंग बाला ने पवन के लाला ने,
कोटन कोट प्रणाम।।


--गायक -लखबीर सिंह लक्खा
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                    (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-ऑल भजन लैरिकस.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.02.2022-शनिवार.