IIओम सूर्याय नमःII
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मित्र/मैत्रिणींनो,
आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्यदेव अमृतवाणी .
श्री सूर्यदेव अमृतवाणी
जय हो सूर्यदेवाय बोलो
क्रमांक-3
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छोटे बडे का भेद ना जाने
सदा बराबर सब को माने
जय हो सूर्यदेवाय बोलो
जय हो सूर्यदेवाय.
दयावान नाही तुमसे दुजा
तीन लोक करे तुम्हारी पूजा
जय हो सूर्यदेवाय बोलो
जय हो सूर्यदेवाय.
तुम हरियाली तुम ही सावन
दिव्य प्रकाशक अति मनभIवन
जय हो सूर्यदेवाय बोलो
जय हो सूर्यदेवाय.
अंबर मणी तुम रवी कहलाते
अपने तेज से जग चमकाते
जय हो सूर्यदेवाय बोलो
जय हो सूर्यदेवाय.
आदित्य नाम तुम्हारो मनहर
नमस्कार करे तुमको हरिहर
जय हो सूर्यदेवाय बोलो
जय हो सूर्यदेवाय.
कंठ सुवर्ण की रेत विराजे
सवर्ण मुकुट सदा शीश पे साजे
जय हो सूर्यदेवाय बोलो
जय हो सूर्यदेवाय.
(साभार एवं सौजन्य-रविवार भक्ति : नॉनस्टॉप सूर्यदेव जी के भजन)
(संदर्भ-भजन इंडिया यू ट्यूब)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-06.03.2022-रविवार.