Marathi Kavita : मराठी कविता

मराठी कविता | Marathi Kavita => Hindi Kavita => Topic started by: Atul Kaviraje on March 18, 2022, 02:14:44 PM

Title: II होली II-होली के गाने-क्रमांक-3
Post by: Atul Kaviraje on March 18, 2022, 02:14:44 PM
                                            II होली II
                                           होली के गाने
                                             क्रमांक-3
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मित्रो,

      कल दिनांक-१७.०३.२०२२, गुरुवार था.  "होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। ". हिंदी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको होली के इस पावन पर्व की अनेक हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, कविताये,रचनाये,शायरी, राधा-कृष्ण शायरी, चित्रपट होली-गीत एवं अन्य.

                    होली के दिन Holi Ke Din – Sholay---

चलो सहेली.. चलो रे साथी..
चलो सहेली.. चलो रे साथी..
ये पकड़ो ये.. पकडूं
इससे ना छोडो

अर्रे अर्रे अर्रे बइया ना तोडो
ओ ठहेर जा भाभी
अरे जारे शराबी
क्या हो राजा गली में आजा

होली होली गाओं की गोरी ओ नखरेवाली
दूँगी मैं गली अर्रे रामू की साली
होली रे होली

होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

गीले शिकवे भूल के दोस्तों
दुश्मन भी गले मिल जाते हैं

होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

होली है..

गोरी तेरे रंग जैसा
तोडासा मैं रंग बना लूँ
आ तेरे गुलाबी गालों से
तोड़ा सा गुलाल चुरा लूँ


--संकलक-के.सूरज
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                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-लैरिकस करंच.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.03.2022-शुक्रवार.