"स्वामी विवेकानंदांचे प्रेरक विचार"
सुविचार क्रमांक-365
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मित्र/मैत्रिणींनो,
"स्वामी विवेकानंदांचे प्रेरणा विचार" या विशेष मथळया-अंतर्गत आज वाचूया एक नवीन विचार-
--"स्वतःला कमकुवत समजणे हे सर्वात मोठे पाप आहे. ..."
(साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-ऑल इन मराठी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.09.2022-रविवार.