"हिंदी कविता"
पुष्प क्रमांक-48
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मित्रो,
आईए सुनतें है, पढते है, कुछ दिलचस्प रचनाये, कविताये. प्रस्तुत है कविताका पुष्प क्रमांक-48. इस कविता का शीर्षक है- "दिलों की बातें क्या कहूँ"
(प्यार करनेवालों के लिए खूसबूरत दिल से कविता)
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"दिलों की बातें क्या कहूँ"
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दिलों की बातें क्या कहूँ
तुम बिन बोले ही समझो कभी !!
मैं ही हमेशा क्यों कहु
बातें तुम भी कहदो कभी !!
हमेशा मैं ही क्यों मनाऊ
तुम भी मुझे मनाओ कभी !!
जो रूठ जाऊ तुमसे तो
तुम भी हक़ जताओ कभी !!
जो गलत करू मै तो
तुम भी मुझे समझाओ कभी !!
नोक-झोक तो चलती रहेगी
पर छोड़ के ना जाओ कभी !!
--प्रीती शर्मा
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(साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-फंकी लाईफ.इन/हिंदी-पोएटरी)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-16.10.2022-रविवार.