II श्री साई बाबा प्रसन्न II
-----------------------
मित्र/मैत्रिणींनो,
आज गुरुवार आहे. शिर्डी निवासी माझ्या श्री साई बाबांचा वार. ऐकुया , साईबाबा गीत . या गीतIचे बोल आहेत - "शिर्डी की गलियों में धूम मचायेंगे"
साईबाबा गीत
"शिर्डी की गलियों में धूम मचायेंगे"
------------------------------
(फ़िल्मी तर्ज - दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है)
-----------------------------------------
ॐ साईं राम जय जय
ॐ साईं राम जय जय
साईं की महफिल में झूम के गायेंगे
शिर्डी की गलियों में धूम मचायेंगे
है ये पावन दिन गुरुपूर्णिमा का
प्यार से मिल के ये पर्व मनाएंगे
शिर्डी की गलियों में धूम मचायेंगे
पालखी साईं की कांधे पे उठा लेंगे
शान से झांकी शहंशा की निकालेंगे
धुल श्री चरणों की माथे से लगा लेंगे
साईं बाबा का सभी आशीष पा लेंगे
है ये पावन दिन गुरुपूर्णिमा का
ढोल नगाड़े ताशे झांझ बजायेंगे
शिर्डी की गलियों में धूम मचायेंगे
बांध के घुंगरू चले साईं के दीवाने
अब ना ठहरेंगे जोगी ये मस्ताने
प्रेम की शम्मा पे कुर्बान परवाने
वो चला आया बुलाया जिसको साईं ने
है ये पावन दिन गुरुपूर्णिमा का
दौड़े चले आयेंगे जब ये बुलाएँगे
शिर्डी की गलियों में धूम मचायेंगे
--SINGER UNKNOWN
------------------------
(साभार आणि सौजन्य-साईबाबा भजन)
(संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
----------------------------------
-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-03.11.2022-गुरुवार.