Marathi Kavita : मराठी कविता

मराठी कविता | Marathi Kavita => Bhakti Kavita => Topic started by: Atul Kaviraje on July 24, 2023, 04:19:55 PM

Title: II ओम नमः शिवाय II-शिव शंकर भक्ती-भजन-डमरू जो बाजे हाथो में
Post by: Atul Kaviraje on July 24, 2023, 04:19:55 PM
                                   II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे भक्ती-भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन, या भजनIचे  बोल आहेत - "डमरू जो बाजे हाथो में"

                                शिव शंकर भक्ती-भजन
                               "डमरू जो बाजे हाथो में"
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                (फ़िल्मी तर्ज - चूड़ी जो खनकी हाथो में)
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डमरू जो बाजे हाथो में
नाचे धरती और आकाश
के भोले बाबा नाच रहे
डमरू जो बाजे हाथो में

भांग धतुरा भोग लगे
गल सर्पो की माला है
गोदी में श्री गणेशजी
संग में गौरा माता है
तीनो लोको के स्वामी है
तीनो लोको के स्वामी है
ये तो कृपा बाट रहे
के भोले बाबा नाच रहे
डमरू जो बाजे हाथो में ...

आये जो इनके द्वारे
करते है वारे न्यारे
नागो के स्वामी नागेश्वर
बिगड़े काम बनाते है
सब की झोली ये आज भरे
सब की झोली ये आज भरे
तूम भजन गाओ दिन रात
के भोले बाबा नाच रहे
डमरू जो बाजे हाथो में ...

ये विश्वास मेरे मन में
मै शिव का शिव है मुझ में
नित्य नेम से जो ध्यावे
भोले है उसके संग में
देवो के देव महादेव है
देवो के देव महादेव है
ये तो  विपदा हरते है
के भोले बाबा नाच रहे
डमरू जो बाजे हाथो में ..

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Shiv Ji Bhajan: Damru Jo Baaje Haathon Mein
Singer: Saurabh-Madhukar
Lyricist: Unknown or Traditional
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            (साभार आणि सौजन्य-शिवजी के भजन-महादेवा शिवरात्रि स्पेशल)
                           (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-24.07.2023-सोमवार.
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