"स्वतंत्रता दिवस"
----------------
मित्रो,
आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है कुछ कविताये, रचनाये.
स्वतंत्रता संग्राम पर कविता--
महर्षि मोहन के मुख से निकला,
स्वतन्त्र भारत, स्वतन्त्र भारत।
सचेत होकर सुना सभी ने,
स्वतन्त्र भारत, स्वतन्त्र भारत।
रहा हमेशा स्वतन्त्र भारत,
रहेगा फिर भी स्वतन्त्र भारत।
कहेंगे जेलों में बैठकर भी,
स्वतन्त्र भारत, स्वतन्त्र भारत।
कुमारि, हिमगिरि, अटक, कटक में,
बजेगा डंका स्वतन्त्रता का।
कहेंगे तैतिस करोड़ मिलकर,
स्वतन्त्र भारत, स्वतन्त्र भारत।
– स्वतन्त्र भारत / श्यामलाल गुप्त 'पार्षद'
-----------------------------------
(साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-परीक्षापॉईंट.कॉम)
---------------------------------------
-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.
=========================================