Marathi Kavita : मराठी कविता

मराठी कविता | Marathi Kavita => Hindi Kavita => Topic started by: Atul Kaviraje on August 15, 2023, 06:19:49 PM

Title: स्वतंत्रता दिवस-आज़ादी का अमृत महोत्सव पर निबंध-A
Post by: Atul Kaviraje on August 15, 2023, 06:19:49 PM
                                  "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है आज़ादी का अमृत महोत्सव पर निबंध.

     आज़ादी का अमृत महोत्सव पर निबंध (Essay On Azadi Ka Amrit Mahotsav)--

     15 अगस्त 2022 (15 August 2022) को भारत की आज़ादी के 75 साल पूरे हुए। इस खास मौके पर भारत सरकार ने स्वतंत्रता दिवस 2022 (Independence Day 2022) के जश्न को आज़ादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के रूप में मनाने का एलान किया। आज़ादी का अमृत महोत्सव 2022 (Azadi Ka Amrit Mahotsav 2022) भारत देश के लोगों और जांबाज़ सिपाहियों को समर्पित है। आज़ादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष में भारत सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) भी चलाया हुआ है, जिसका उद्देश्य देश भर में देशभक्ति की भावना को फैलाना है।

     इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको आज़ादी के 75 वर्ष अमृत महोत्सव की पूरी जानकारी देंगे, जैसे- आजादी का अमृत महोत्सव क्या है (Azadi Ka Amrit Mahotsav Kya Hai), आजादी का अमृत महोत्सव क्यों मनाया जाता है, आजादी का अमृत महोत्सव का उद्देश्य, आजादी का अमृत महोत्सव कब शुरू हुआ, आजादी का अमृत महोत्सव कब खत्म होगा, Azadi Ka Mahatva आदि। आप Azadi Ka Amrit Mahotsav In Hindi की ये सभी जानकारी नीचे दिए गए आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध हिंदी में (Azadi Ka Amrit Mahotsav Essay In Hindi) से प्राप्त कर सकते हैं। आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध hindi (Azadi Ka Amrit Mahotsav Par Nibandh) के साथ-साथ आप आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता हिंदी में (Azadi Ka Amrit Mahotsav Poem In Hindi) भी इसी पोस्ट से पढ़ सकते हैं।

   आज़ादी का अमृत महोत्सव पर निबंध-(Azadi Ka Amrit Mahotsav Essay)--

               प्रस्तावना--

     भारत की आज़ादी (India Independence Day) के 75वें वर्ष पर देश आज़ादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है। यह भारत सरकार की एक पहल है। ये अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) भारत के उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को अपनी विकासवादी यात्रा में लाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत को ब्रिटिश शासन के 200 सालों के राज से आज़ाद करवाने के लिए न जाने कितने भारत माँ के बेटों ने अपनी जान गंवा दी। देश की आज़ादी का ये दिन हमारे आजादी के नायकों के त्याग, तपस्या और बलिदान को याद करने का दिन है।

            आज़ादी का अमृत महोत्सव क्या है?--

     स्वतंत्र भारत का वर्ष 2022 का 76वां स्वतंत्रता दिवस है, क्योंकि हमारे देश को आज़ादी मिले 75 साल पूरे हुए हैं। इसीलिए ये भारत की आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ होगी, जिसे भारत सरकार ने आज़ादी का अमृत महोत्सव नाम दिया है। हमारे देश को आज़ादी 15 अगस्त सन् 1947 को मिली थी और इसी दिन हमारे देश का तिरंगा झंडा भी फहराया गया था। इसलिए तकनीकी रूप से अगर देखा जाए, तो देश का पहला स्वतंत्रता दिवस इसी दिन था। इसके बाद 15 अगस्त सन् 1948 को भारत का दूसरा स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था और आज़ादी की पहली वर्षगांठ थी। इस गणित के हिसाब से 15 अगस्त 2022 को देश की आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ होगी यानी कि भारत की आज़ादी के 75 साल पूरे होंगे और 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा यानी कि हमारा देश स्वतंत्रता के 76वें साल में प्रवेश करेगा।

            आज़ादी का अमृत महोत्सव क्यों मनाया जाता है?--

     आज़ादी का अमृत महोत्सव देश को मिलने वाली आज़ादी का जश्न है, जिसे हर 25 साल में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। आज़ादी के अमृत महोत्सव का दिन भारत पर मर-मिटने वाले उन शहीदों और बलिदानियों को याद करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने हमारे देश को अंग्रेज़ी हुकूमत से आज़ाद करवाया और भारत को आज़ाद भारत बनाने की खातिर अपना सब कुछ देश को कुर्बान कर दिया।

--PP Team
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-परीक्षापॉईंट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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