Marathi Kavita : मराठी कविता

मराठी कविता | Marathi Kavita => Other Poems | इतर कविता => Topic started by: कुसुमांजली on June 28, 2012, 11:30:23 PM

Title: ....विठ्ठल पंढरीचा
Post by: कुसुमांजली on June 28, 2012, 11:30:23 PM


रामपारी उठतो | घुंघर काठी धरतो ||
घोंगडे पांघरोनी | वनी गोधने राखितो ||
तो हा बाल गोपाळ | नंदा घरचा || १ ||

वाटे अडवितो | दहि मटके फोडीतो ||
गोपी वस्त्रे पळवोनी | वेणु नादे भूलवितो ||
तो हा मनोहर | रमण राधेचा || २ ||

गुलाल खेळतो | प्रेमरंगे भिजवतो ||
शरदे वृन्दावनी | रासक्रीडेत रमतो ||
तो हा मुरलीधर | प्राणनाथ गोपिकांचा || ३ ||

डोही उतरतो | कालिया नमवतो ||
मथुरेस जावोनी | कंसास वधतो ||
तो हा जगजेठी | कान्हा देवकीचा || ४ ||

पोहे सुदाम्याचे घेतो | आवडी चाखीतो ||
उद्धव गोकुळ धाडोनी | प्रेमयोगे ज्ञान  देतो ||
तो हा पुरषोत्तम | वर रुक्मिणीचा || ५ ||

वसने पुरवितो | दिन द्रौपदी रक्षितो ||
गीता उपदेशोनी | कर्तव्ये जाण देतो ||
तो हा जगदीश | सखा पांडवांचा || ६ ||

वाळवंटी नाचतो | भक्तिरसात डुंबतो ||
चाकर होवोनी | संत अंगणी राबतो ||
ऐसा चक्रपाणी | माझा राणा वैकुंठीचा || ७ ||

Title: Re: ....विठ्ठल पंढरीचा
Post by: shashaank on June 29, 2012, 02:12:13 PM
atishay surekh....
Title: Re: ....विठ्ठल पंढरीचा
Post by: विक्रांत on June 29, 2012, 09:43:47 PM
फारच सुंदर शब्दकळा
Title: Re: ....विठ्ठल पंढरीचा
Post by: केदार मेहेंदळे on July 02, 2012, 10:59:37 AM
khup chan abhang.....