शनिदेव और उनकी 'सख्ती' और 'सहिष्णुता'-

Started by Atul Kaviraje, April 26, 2025, 09:29:40 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

शनिदेव और उनकी 'सख्ती' और 'सहिष्णुता'-
(शनि देव की कठोरता और धैर्य)
(Shani Dev's Toughness and Patience)

शनिदेव और उनकी 'सख्ती' और 'सहिष्णुता'-
(Shani Dev's Toughness and Patience)

भगवान शनिदेव भारतीय संस्कृति और ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। वे न्याय के देवता हैं, जो हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनिदेव की 'सख्ती' और 'सहिष्णुता' का संयोजन उनके अद्वितीय व्यक्तित्व को दर्शाता है।

शनिदेव का मुख्य कार्य होता है, प्रत्येक जीव को उसके कर्मों के अनुसार परिणाम देना, चाहे वह अच्छा हो या बुरा। उनका कड़ा दृष्टिकोण इस बात को सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति अपने कर्मों से बच नहीं सकता। यह सख्ती केवल उनके न्यायप्रिय स्वभाव का हिस्सा है। लेकिन इसके साथ-साथ वे सहिष्णु भी हैं। उनका धैर्य और सहिष्णुता यह दर्शाता है कि वे किसी को भी त्वरित परिणाम नहीं देते, बल्कि समय के साथ उसकी परीक्षा लेते हैं, ताकि उसे अपने कर्मों की पूरी समझ हो सके।

शनिदेव का कड़ा दृष्टिकोण एक प्रकार से हमें जीवन में कठिनाइयों का सामना करने की प्रेरणा देता है। वे हमें यह सिखाते हैं कि जीवन में कभी-कभी कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन उनके माध्यम से हम अपने जीवन के सत्य को समझ सकते हैं। शनिदेव की सख्ती हमें हमारी जिम्मेदारियों का एहसास कराती है, जबकि उनकी सहिष्णुता हमें धैर्य रखने की प्रेरणा देती है।

शनिदेव की 'सख्ती' और 'सहिष्णुता' पर हिंदी कविता:-

चरण 1:
कर्मों से बंधी है, शनिदेव की नजर,
सभी को मिलता है, उसका कठोर असर।
जो करता है बुरा, उसे भोगना पड़ता है,
लेकिन देवता का न्याय कभी टलता नहीं है।

अर्थ:
यह चरण बताता है कि शनिदेव के न्याय का कोई अपवाद नहीं होता। वे हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार परिणाम देते हैं। बुरे कर्मों का परिणाम कड़ा होता है, और यह शनिदेव के कठोर स्वभाव को दर्शाता है।

चरण 2:
पर शनिदेव की सहिष्णुता भी अद्वितीय है,
समय के साथ बदलता है उनका निर्णय।
सच्चे दिल से प्रार्थना करने वाला,
उनकी कृपा पा सकता है, जीवन में सुख की हर संभावना।

अर्थ:
यह चरण शनिदेव की सहिष्णुता को प्रदर्शित करता है। वे समय के साथ व्यक्ति के कर्मों का मूल्यांकन करते हैं और सच्चे हृदय से प्रार्थना करने वालों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

चरण 3:
कभी-कभी लगता है जीवन में तंगी,
लेकिन शनिदेव की राह दिखाती है उम्मीद की रेखा।
धैर्य रखो, उनका मार्गदर्शन सच्चा है,
हर कठिनाई के बाद, मिलती है सफलता की रेखा।

अर्थ:
यह चरण जीवन में आने वाली कठिनाइयों को समझाता है। शनिदेव हमें सिखाते हैं कि धैर्य रखने से ही हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। उनके मार्गदर्शन से जीवन में सफलता मिलती है।

चरण 4:
कठिनाइयाँ और दुःख, शनिदेव से हैं जुड़ीं,
पर वे सच्चे दिल से सिखाते हैं हमें जीवन के रंग।
सख्ती और सहिष्णुता का यह अद्भुत मिश्रण,
हर व्यक्ति को मिलता है, जीवन का सही दिशा में सृजन।

अर्थ:
यह अंतिम चरण हमें बताता है कि शनिदेव के कड़े निर्णय और सहिष्णुता का अद्वितीय संयोजन हमें जीवन में सही दिशा दिखाता है। उनके द्वारा सिखाए गए कष्टों के बावजूद, हम अपने जीवन में एक नई शुरुआत और दिशा पा सकते हैं।

कविता का सारांश:
शनिदेव की सख्ती और सहिष्णुता का अद्वितीय मिश्रण हमें जीवन में जिम्मेदारी, धैर्य और सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। वे हर व्यक्ति को उसके कर्मों का फल देते हैं, लेकिन इसके साथ ही वे समय के साथ व्यक्ति को सुधारने और सुधारने का अवसर भी प्रदान करते हैं। यह कविता हमें यह सिखाती है कि जीवन में कठिनाइयाँ और कष्ट आते हैं, लेकिन उनके माध्यम से हम अपनी आत्मा और जीवन की सही दिशा पा सकते हैं।

चित्र और प्रतीक
🌑⚖️💫
🖤🌟🙏
💪🌱🔮
🌍✨🌟

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-26.04.2025-शनिवार.
===========================================