जिंदगी एक शतरंज

Started by सतीश भूमकर, October 12, 2013, 12:19:41 AM

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सतीश भूमकर

जिंदगी एक शतरंज का खेल है
मै तो इस खेलका छोटा प्यादा हुं
चाहे लाख हाथी घोडे मुझे रोके
मुझे बस अपने मंजिल तक जाना है
क्यू के मैने सुना है के ईस खेलमे
प्यादा आखरी घरमें अगर जाये
तो वजीर बन जाता है और
वही वजीर किंग को गिराता है —

@सतीश भूमकर