* लव ट्रँगल *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, October 03, 2014, 09:04:03 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

ये कैसा है मेरा लव ट्रँगल 
हमने कई बार बदला अँगल
वो हर बार होती थी एंगेज
और मैं रह जाता था सिंगल...!
कवी-गणेश साळुंखे...!
Mob -7710908264
Mumbai.

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ग्रेट प्रवाह, उत्तम अनुभव.