socha socha kar soch..............

Started by sahiljamadar12@gmail.com, September 16, 2015, 11:11:10 AM

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sahiljamadar12@gmail.com

  सोच सोच कर ....................................
सोच सोच कर सोच प्यारे ,
साथ  क्या जायेगा ,
बिन कापडो के आय था ,
साथ कफ़न लेके जायेगा ,
अपने कामयाबी पे इतना गुरुर मत कर,
याद रख सिकंदर  भि आखिर हार  गया था,
कामयाबी भी नसीब का खेल है,कब किसका साथ
देगी न तो इसका कोई मेल है,
लेकिन कोशिशो कि भी रेलचेल है ,
क्यो कि ,जिंदगी १ हर जीत का खेल  है   
            जिंदगी १ हर जीत का खेल है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
                           कवी- साहिल जमादार