* वो *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, September 30, 2015, 12:43:24 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

क्या किस्मत मिली है हमको
वो खुद जख्म भी देती है
और खुद ही इलाज करती है
यही अदा उसकी हमको भाती है.
कवी - गणेश साळुंखे.
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