* कटी पतंग *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, October 12, 2015, 11:25:13 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

क्या सुनाऊँ तुमको यारों
आँसू भरी है दास्तान मेरी
एक कटी हुई पतंग
के जैसी कहानी है मेरी.
कवी - गणेश साळुंखे.
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