ना रह पाएंगे तेरे इश्कसे...

Started by Ravi Padekar, October 13, 2015, 11:25:51 AM

Previous topic - Next topic

Ravi Padekar

एक नवीन प्रयत्न.... कविता बनविण्याचा.. please suggest me...

कुछ छिन गया है हाथोसे
कयू दूर किया हमे तुमसे
कैसे जिएंगे हम
घुटघुटकर दमसे,
ना रह पाएंगे तेरे इश्कसे...

ऐसा कोई दिन ना हो,
ना देखा हो तेरा चेहरा
ऐसी कोई रात ना हो,
ना देखा हो सपना तेरा

तेरी यादो मे,
अब भूक ना लगे हमको
इन रातो मे,
अब निंद ना लगे हमको

ना है दिल शिशे का
ना ही झुठे प्यार का
है खेल सब किस्मत का
तेरी मेरी चाहत का
कया हो गयी गलती हमसे
ना दूर करो हमे तुमसे...!!

                                 
                                                      कवि:- रवी पाडेकर (8454843034)
                                                      मुंबई, घाटकोपर