प्यार...

Started by Ankush S. Navghare, Palghar, February 22, 2016, 06:23:54 PM

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Ankush S. Navghare, Palghar

तुम्हे देखा किसी और से बाते करते
तो दिलको नजाने क्या हुआ
मुजे यह अहेसास हुआ देखतेही देखते
के मुझे तुमसे प्यार हुआ
तुम्हारा वोह मेरी तरफ देखना
जाने क्यों बदलता जा रहा है
दिल को मेरे अब रोकना
नामुमकिन होता जा रहा है
अगर तुम किसी और के हो रहे हो 
तो दिल को थोडा गम होगा
मगर तुम मेरे खयालोमे ही रह रहे हो
क्या यही कुछ कम होगा
तुम्हारी यादों को भुला देना मेरे लिए संभव नहीं है
मगर कुछ हद तक असंभव भी नहीं है
दिल की सारी इच्छाए कभी पूरी नहीं होती
यह इक ऐसी सच्चाई है
जो कभी झुटलाई नहीं जा सकती

...अंकुश नवघरे
दी. २४.०४.२०१३
समय ०१.५४.३८ सुबह...