एक साथी नॆ काहा था ...

Started by Kumar Sanjay, December 01, 2016, 01:57:41 PM

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Kumar Sanjay

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एक साथी ने काहा था
विजय का जब तुम सैहरा बांधो
हमॆ ना भुलाना तुम
याद रखना शहादत मेरी
अपनॆ बच्चो को बताना तुम
बरसी जब थी गोलीया
साथ थॆ हम
ना थॆ अपनॆ भी हॊसलॆ कम
इन बर्फीलॆ चट्टानोमॆं
लढतॆ रहॆ तुफानोमॆं
एक साथी ने काहा था
इस बार कुछ एैसा
कर जायॆंगॆ
हम रहॆ न रहॆ
तिरंगा आखरी छोड आयॆगॆ
एक साथी ने काहा था
धुआं उङाऒ दुश्मनोका
दो परिचय माँ कॆ दुध का
है समय यही
विजय या वीरगती का
एक साथी ने काहा था
यॆ युध्द नही त्योहार है
भागवत का सार है
मांगतॆ हर जवान है
अब यही बाकी पहचान है
एक साथी ने काहा था
होकर विजयी जब
घर लोटोगै
कभी जाना साथी मेरे भी घर
दॆकर अाना मातूभुमी की मिट्टी
अोैर यही कहानी बतानातुम

कुमार संजय ...
7709826774