हिंदी काव्य

Started by कदम, November 22, 2017, 11:01:06 AM

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कदम


तुम्हारी हसी ने मुझे दिवाना किया ।
तुम्हारी अदायो ने धडकनों मे सांसो को

आबाद किया ।
तुम्हारे होने ने मेरा होना जायज किया ।
जानकर भी मुझे फिर क्यो बेगाना किया ।