अपेक्षा

Started by Vrushali falke, February 24, 2021, 10:53:46 AM

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Vrushali falke

अपेक्षा

तु रख मुझसे कुछ अपेक्षाए
मैं कुछ तुझसें रखूंगी

मेरी कुछ तुझसें आकांक्षाए होंगी
तुम भी मूझसें कुछ रखना

पता हैं य सब बिखरा- बिखरा हैं
क्यूकी तु मूझसें उम्मीद रखता हैं
और मैं तुमसे

"किसी से अपेक्षा न कर"
ये मुझे सिखाया गया है
और तुम्हे भी

'अनपेक्षा ही आधार हो'
ऐसा एक रिश्ता तेरे जीवन मैं हो
और मेरे भी


पर तु मूझसें रख अपेक्षा
तुझसे मैं रखूंगी
क्यूकी यहा तु अधुरा हैं और मैं भी

                            - ✍vrushali falke