बाहर बोरी मेरी rap song ranjit sadar

Started by ranjit sadar, April 02, 2021, 05:18:49 PM

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ranjit sadar

बाहर बोरी मेरी

हर वक्त थी बाहर बोरी मेरी
स्कुल जाता था मे चोरी चोरी
टॉवेल अंदर बाहर मोरी मेरी
चाहिए थी पढने नोट्स कोरी

आई तब अंदर से आवाज
रॅप सिखा खोल दिया राज
गाणे लिखे हो रहाँ था नाज
बेच दी भाई मैने शरम लाज

लोगो के ताने सुन रहाँ था मे
लोग लेते थे सारे मेरे ही मजे
सब केहते थे मुझे स्लम डॉग
आज केहते मुझे सब स्लम गॉड

(कवी) रंजित आंबादास सदर.