II रक्षा बंधन एवं नारली पूर्णिमाकी शुभेच्छाये II - कविताये-क्रमांक-१

Started by Atul Kaviraje, August 22, 2021, 02:23:08 AM

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Atul Kaviraje

                 II  रक्षा बंधन एवं नारली पूर्णिमाकी शुभेच्छाये II
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मित्रो,

     आज श्रावण का रविवार है. और आज ही के दिन २२.०८.२०२१, के सु-अवसर पर, दो पर्व एक साथ अवतीर्ण हुए हे. वे है, रक्षा बंधन एवं नारली पूर्णिमा. तो दोस्तो, आज सुनेंगे, इस रक्षा बंधन के त्योहार पर कुछ हिंदी रचनाये. 


                               रक्षाबंधन (कविता -क्रमांक-१)
                              "रक्षा बंधन का आज त्यौहार है"
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रक्षा बंधन का आज त्यौहार है,
बहन भाई के लिए बहुत खास है I

लाया खुशियों की बहार है,
रेशम के धागे से बंधा प्यार है।

बहनें आज भाइयों को कुमकुम का तिलक लगाती हैं,
अपने प्यारे हाथों से भाई को मिठाई खिलाती है।

भाई की सूनी कलाई पर रेशम का धागा बांधती है,
बदले में भाई से रक्षा का अनमोल वायदा पाती है।

भाई भी सुंदर सुंदर तोहफे बहनों के लिए लाते हैं,
तोहफे में क्या मिलने वाला है बहनें उत्सुक रहती हैं।

बहनें भी भाई की सलामती की दुआ करती है,
खुश रहो तुम सदा भैया यही प्रार्थना करती है।

बहन भाई का एक दूसरे पर होता अटूट विश्वास है,
रेशम के धागे से ये बंधा हुआ त्यौहार है।


                              रक्षाबंधन (कविता -क्रमांक-2)
                                "भैया मेरे अच्छे भैया मेरे"
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भैया मेरे अच्छे भैया मेरे...
सबसे प्यारे भैया मेरे...

तुम हो मेरे रखवाले...
मुझसे ये राखी बन्धवाले...

तेरे साथ मैं चलूँगी..
मेरे साथ तुम चलना...

तेरी रक्षा मैं करुगी..
मेरी रक्षा तुम करना...

राखी का ये बंधन प्यारा..
इस बंधन को बांधे रखना...

टूटे ना रिश्तो का धागा..
मजबूत अपने इरादे रखना...

जब मैं तुमसे रूठ जाऊं..
तो तुम मुझे मनाना...

जब-जब मैं रोऊँ..
तुम मुझे हंसाना...

मेरे भैया दूर ना जाना..
मुझसे तुम राखी बंधवाना...

प्यारे प्यारे भैया मेरे ..
सबसे अच्छे भैया मेरे...



                 (साभार एवं सौजन्य-हिंदीजानकारी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-22.08.2021-रविवार.