"हरतालिका तीज"- कविता क्रमांक-१

Started by Atul Kaviraje, September 09, 2021, 02:14:24 AM

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Atul Kaviraje

                                  "हरतालिका तीज"
                                   कविता क्रमांक-१
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मित्रो,

     आज का दिन, याने ०९.०९.२०२१-गुरुवार, का दिन हरतालिका तिज का शुभ पर्व लेकर आया है. श्री गणेश चतुर्थी, का ये पूर्व दिन,  हरतालका तिज, को उतना  ही महत्त्व प्राप्त है.  आईए जानते  है, इस दिन का महत्त्व, महत्त्वपूर्ण लेख,व्रत विधी, पूजा विधी, कथा, कविता, एवं अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी.

    हर साल हरियाली तीज का पर्व श्रावण मॉस की शुक्लपक्ष की तृतीया दिवस में मनाया जाता है| यह एक धार्मिक पर्व है जो लगभग भारत के हर सहर में धार्मिक तौर पर महत्व रखता है| यह पर्व महिलाओ का पर्व होता है| भारत के उत्तर प्रदेश में इस पर्व को कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है| इस वर्ष यह पर्व 9 सप्टेंबर  को है| इस पर्व पर महिलाए व्रत रखकर महादेव और माता पार्वती को समर्पित करती है|

                              हरियाली तीज पर कविता  –


हल्की-हल्की फुहार है
ये सावन की बहार है
संग यारो के झूले आओ
आज तीज का त्यौहार है ।

झूम उठते है दिल सभी के
इसके गीतो के तराने से जुड जाते है
टूटे सम्पर्क बस झूलने के बहाने से ।

इस तीज के पावन मौके पर
मिलकर झूला झूले आओ
एक दूजे के सहयोग से
आसमान को छूले आओ ।

गुजियाँ खाओ, घेवर खाओ
जितने चाहो मेवा खाओ
पर छोटे-बडो के लिये हमेशा
दिल मे रखो सेवा भाव ।

एक जुट होकर आओ सारे
एक ही सुर मे गाओ सारे
यही कहते है संस्कार हमारे
मिल जुलकर तीज मनाओ सारे ।

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आप सभी को हरियाली तीज की हार्दिक शुभकामनाएं-----


आया तीज का त्यौहार,
सखियों हो जाओ तैय्यार,
मेंहंदी हाथो में रचा के,
कर लो सोलह श्रृंगार,
चूड़ी खन खन खनके,
पायल छमछम बाजे,
बिंदी की चमक अपार,
आया तीज का त्यौहार।

डाली पर झूले डालें,
सखियों संग मौज मनाले,
हरियाली तीज का सब,
मिलजुलकर आनंद उठा ले,
देने खुशियां अपार,
आया तीज का त्यौहार।

मंदिर में दर्शन को जायें
शिव जी का आशीर्वाद पाये,
होगा अमर सुहाग,
आया तीज का त्यौहार।

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आओ सखियों तीज मनाले जी,
आओ सखियों तीज मनाले जी,
सावन का महीना आया,
झूम झूम बदरी है लाया,
उसमे हरियाली तीज का
आनंद उठा ले जी,
आओ सखियों तीज मनाले जी।

बागों में हरियाली आयी,
खुशियां चारों ओर हैं छाई,
आओ सखियों झूले को
डाल पे डाले जी,
आओ सखियों तीज मनाले जी।

हाथो में मेहँदी लगा के,
सोलह श्रंगार कर ले,
हाथों में चूड़ी खनके,
पिया के नाम की जी,
आओ सखियों तीज मनाले जी।

पिया संग मंदिर को जाए,
शिव गौरा का आशीर्वाद हैं पाये,
दे दो दीर्घ आयु और स्वस्थ जीवन,
मेरे सुहाग को जी,
आओ सखियों तीज मनाले जी।
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                       (संदर्भ-हिंदीजानकारी .इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-09.09.2021-गुरुवार.