II ऋषिपंचमी दिवस की हार्दिक शुभेच्छाये II- लेख क्रमांक-2

Started by Atul Kaviraje, September 11, 2021, 04:27:40 PM

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Atul Kaviraje

                        II ऋषिपंचमी दिवस की हार्दिक शुभेच्छाये II
                                         लेख क्रमांक-2
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मित्रो,

     श्री गणेश चतुर्थी का द्वितीय दिन ऋषिपंचमी के नाम से जाना  जाता है. आईए सुनते  है, ऋषिपंचमी दिवस का महत्त्व, महत्त्वपूर्ण  जानकारी , व्रत, पूजा विधी, कथा, एवं अन्य जानकारी.

                 ऋषि पंचमी, जानें व्रत विधि, पूजा का मुहूर्त एवं महत्व-----

     हिन्दी पंचांग के अनुसार हर वष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी मनाई जाती है. हिन्दी पंचांग के अनुसार, हर वष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी मनाई जाती है। इस वर्ष ऋषि पंचमी 11 सप्टेंबर  दिन शनिवार को है। ऋषि पंचमी हर वर्ष हमेशा हरतालिका तीज के दो दिन बाद और गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद आती है। ऋषि पंचमी के दिन महिलाएं सप्तर्षियों के सम्मान में तथा रजस्वला दोष से शुद्धि के लिए उपवास रखती हैं। आइए जानते हैं कि इस वर्ष ऋषि पंचमी का मुहूर्त क्या है।

                               ऋषि पंचमी पूजा मंत्र-----

कश्यपोत्रिर्भरद्वाजो विश्वामित्रोय गौतम:।
जमदग्निर्वसिष्ठश्च सप्तैते ऋषय: स्मृता:।।
गृह्णन्त्वर्ध्य मया दत्तं तुष्टा भवत मे सदा।।

                           ऋषि पंचमी का महत्व-----

     ऋषि पंचमी के दिन महिलाएं सरोवर या नदी विशेषकर गंगा में स्नान करती हैं। ऐसी मान्यता है कि रजस्वला के समय होने वाली तकलीफ तथा अन्य दोष के निवारण के लिए महिलाएं ऋषि पंचमी का व्रत करती हैं और स्नान करती हैं। आज के दिन महिलाएं सप्तऋषियों की पूजा करती हैं और दोष निवारण के लिए कामना करती हैं।

                              व्रत विधि-----

     ऋषि पंचमी की पूजा में महिलाएं सप्त ऋषियों की मूर्ति बनाती हैं और उसकी पूजा करती हैं। इसमें प्रथम पूज्य श्री गणेश जी की पूजा भी की जाती है। उसके बाद ऋषि पंचमी की कथा सुनती हैं। ऋषि पंचमी के व्रत में महिलाएं फलाहार करती हैं और अन्य व्रत के नियमों का पालन करती हैं। दिन के अंत में ब्राह्मणों को भोजन कराती हैं और स्वयं पारण कर व्रत को पूर्ण करती हैं। इस व्रत में दिन में एक बार भोजन करना चाहिए।


                   (साभार एवं सौजन्य-कार्तिकेय तिवारी)
                            (संदर्भ-जागरण .कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-11.09.2021-शनिवार.