II गणपती बाप्पा मोरया II -अनंत चतुर्दशी - लेख क्रमांक-१

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2021, 12:59:24 AM

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Atul Kaviraje

                                   II गणपती बाप्पा मोरया II 
                                         अनंत चतुर्दशी
                                         लेख क्रमांक-१
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मित्रो,

     आज दिनांक-१९.०९.२०२१-रविवार का दिन है. आज अनंत चतुर्दशी है. आज बाप्पा को हमे अलविदा कहना है. पिछले १० दिन हमने जिस उल्लासपूर्ण, धुमधाम से मनाये, उसकी यादे मन में रख, हमे बाप्पा को भरे हुए, उदास मन से विदा करना है. लेकिन सिर्फ एक साल के लिये ही. अगले  साल फिर से बाप्पा का स्वागत हम उसी जोर शोर से करेंगे. आईए, जानते  है इस दिन का महत्त्व, एवं अन्य जानकIरीपूर्ण लेख. 

     अनंत चतुर्दशी की पूजा करने से हर संकट होगा दूर, जानें अनंत चतुर्दशी का महत्व
अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. इस साल ये पर्व 19 सितंबर 2021 रविवार के दिन मनाया जाएगा. इसे अनंत चौदस के नाम से भी जाता है.

     अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. इस साल ये पर्व 19 सितंबर 2021 रविवार के दिन मनाया जाएगा. इसे अनंत चौदस के नाम से भी जाता है. इस दिन भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत रखकर विष्णु जी को अनंतसूत्र बांधने से सारी बाधाओं से मुक्ति मिलती है. ये अनंत सूत्र कपड़े या रेशम का बना होता है. इसमें 14 गांठें लगी होती हैं. इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है. इस दिन गणेश विसर्जन की भी मान्यता है इसलिए इस पर्व का महत्व और अधिक बढ़ जाता है.

                      अनंत चतुर्दशी का महत्व-----

     अनंत चतुर्दशी की शुरुआत महाभारत काल से हुई थी. पौराणिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने सृष्टि की शुरुआत में चौदह लोकों तल, अतल, वितल, सुतल, तलातल, रसातल, पाताल, भू, भुवः, स्वः, जन, तप, सत्य, मह की रचना की थी. इतना ही नहीं, इन लोकों की रक्षा और  पालन के लिए भगवान विष्णु खुद भी चौदह रूपों में प्रकट हो गए थे, जिससे वे अनंत प्रतीत होने लगे. और यही वजह है कि इस दिन विष्णु भगवान (lord vishnu) के अनंत रूपों की पूजा की जाती है. अनंत चतुर्दशी का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने और अनंत फल देने वाला माना गया है. ऐसा माना गया है कि अगर इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ कोई व्यक्ति विष्णु सहस्त्रनाम स्रोत का पाठ करता है तो उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. ये व्रत महिलाएं सुख-समृद्धि, धन-धान्य और संतान प्राप्ति के लिए करती हैं. भारत के कई राज्यों में अनंत चतुर्दशी का पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की लोक कथाएं सुनी जाती हैं.

                       अनंत चतुर्दशी शुभ मुहूर्त-----

     इस साल अनंत चतुर्दशी पूजा का शुभ मुहूर्त 19 सितंबर 2021 सुबह 6 बजकर 07 मिनट से शुरू होकर, अगले दिन यानि 20 सितंबर 2021 को सुबह 5 बजकर 30 मिनट तक होगा. इस दिन शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 23 घंटे और 22 मिनट होगी.

                       ये कार्य करने से मिलेगा लाभ-----

     अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु को कमल का अर्पत करें और ऊं नारायण नमो नम: का जाप करें. भगवान की पूजा के बाद जरुरमंदों को भोजन कराएं. अनंत चतुर्दशी के दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को सूर्योदय के समय से अगले दिन सुबह सुर्दोदय के समय तक व्रत का विधान है. अनंत चतुर्दशी के दिन बुजुर्गों की सेवा करने से लाभ होता है. इस दिन उन्हें चांदी का उपहार देना भी फलदायी होता है. इस दिन बुजुर्गों से आशीर्वाद लेकर धागा बनाकर पहनने से भी जीवन में लाभ होता है. अगर शादी में दिक्कतें आ रही हों, तो जरूरतमंदों को भोजन का दान करें. इस दिन भगवान विष्णु को हल्दी का तिलक लगाकर पूजा करने का रिवाज है. इतना ही नहीं, इस दिन विष्णु जी की पूजा से कर्ज का बोझ उतर जाता है.


                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-ए बी पी लाईव्ह.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.09.2021-रविवार.