IIश्री गणेशाय नमःII - "श्री गणेश संकष्टी चतुर्थी"

Started by Atul Kaviraje, September 24, 2021, 01:06:44 AM

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Atul Kaviraje

                                      IIश्री गणेशाय नमःII
                                    "श्री गणेश संकष्टी चतुर्थी"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज भाद्रपद शुक्रवार . सोबत श्री गणेश संकष्टी चतुर्थी चा ही शुभ वार घेऊन आला आहे. श्री गणेश चरणी वंदन करून, जाणून घेऊया, आजच्या दिवसाचे महत्त्व, माहिती , पूजा विधी, आणि  श्री गणेश गीत - "तुज मागतो मी आता मज द्यावे एकदंता "

         कब है भाद्रपद  मास की संकष्टी चतुर्थी? जानें पूजा मुहूर्त एवं महत्व-----

    भाद्रपद  मास की संकष्टी चतुर्थी 24 सितंबर दिन शुक्रवार को है। इस चतुर्थी को विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। एक मास में दो बार चतुर्थी तिथि आती है, जिसमें गणपति की पूजा की जाती है। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी गणेश चतुर्थी कहा जाता हैं और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं। आइए जानते हैं भाद्रपद  मास की संकष्टी चतुर्थी की सही तिथि एवं चंद्र दर्शन के समय के बारे में।

                 सितंबर की संकष्टी चतुर्थी 2021-----

     हिन्दी पंचांग के अनुसार, भाद्रपद  मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 24 सितंबर दिन शुक्रवार को प्रात: 08 बजकर 29 मिनट पर हो रहा है। इसका समापन 25 सितंबर दिन शनिवार को सुबह 10 बजकर 36 मिनट पर होना है। चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा दोपहर में होती है, ऐसे में आप राहुकाल का ध्यान रखकर गणपति पूजा करें।

              संकष्टी चतुर्थी 2021 पूजा मुहूर्त-----

     संकष्टी चतुर्थी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। 24 सितंबर को प्रात: 06 बजकर 10 मिनट से सुबह 08 बजकर 54 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग है। इस दिन राहुकाल दिन में 10 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक है।

     इस दिन आप अभिजित मुहूर्त या फिर विजय मुहूर्त में गणेश जी की पूजा कर सकते हैं। इस दिन अभिजित मुहूर्त दिन में 11 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक है। वहीं, विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 14 मिनट से दोपहर 03 बजकर 02 मिनट तक है।

                  संकष्टी चतुर्थी 2021 चंद्र दर्शन का समय-----

     भाद्रपद  मास की संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रमा का दर्शन किया जाता है और उसे जल अर्पित किया जाता है। 24 सितंबर के दिन चंद्रमा के उदय होने का समय रात 08 बजकर 20 मिनट पर है। इस समय पर आप चंद्रमा का दर्शन कर सकते हैं।

--लेखक - कार्तिकेय  तिवारी
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                           (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-जागरण .कॉम)
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                                        गणपती बाप्पा गीत
                                     "श्री गणेश संकष्टी चतुर्थी"
                              "तुज मागतो मी आता मज द्यावे एकदंता"
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तुज मागतो मी आता मज द्यावे एकदंता
तुज मागतो मी आता
मज ध्यावे एकदंता I

तुझे ठायी माझी भक्ति
विरुठावी गणपती
तुझे ठायी ज्याची प्रीती
त्याची घडावी संगती I

धरणीधरा ऐसे द्यावे
सर्वांभूती लीन व्हावे
तुज शरण शरण शरण
आलो पतित मी जाण I

तुझा अपराधी मी खरा
आहे इक्षुचापधरा
माझी येऊ दे करुणा
तुजलागी गजानना I



-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-24.09.2021-शुक्रवार.