“जागतिक पर्यटन दिन” - लेख

Started by Atul Kaviraje, September 27, 2021, 02:29:27 AM

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Atul Kaviraje

                                     "जागतिक पर्यटन दिन"
                                               लेख
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मित्रो,

     आज दिनांक-२७ .०९.२०२१-सोमवार  है. आज  "जागतिक पर्यटन दिन" है. आईए जानते  है, इस दिवस का महत्त्व, लेख, निबंध,भाषण एवं अन्य जानकारी.     

                       विश्व पर्यटन दिवस पर वृत्तांत लेखन-----

      विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितम्बर को मनाया जाता है। 1970 मे संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन के स्थापना दिवस पर यह मनाया जाता है। इसे मनाने की शुरूआत 1980 से हुई।

     पर्यटन से तात्पर्य मौजमस्ती, सैरसपाटे और व्यापार के लिए यात्रा से है। यह यात्रियो और मेज़बान लोगो के बीच मेल-मिलाप प्रमुख सूत्र है। यह लोगो के बीच संपर्क को बढ़ावा देता है जो कि अलग-अलग संस्कृतियो के होते हैं इस प्रकार यह सहिष्णुता को भी बढ़ावा देता है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने ठीक ही कहा है कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व खोज मे लगी दुनिया के लिए पर्यटन एक महत्वपूर्ण कारक साबित हो सकता है।

     पर्यटन मे लगातार वृध्दि हो रही है।यह विश्वभर मे सबसे तेज़ी से बढ़ने वाले आर्थिक क्षैत्रो मे से एक क्षेत्र बन गया है। यह वैश्विक वाणिज्य मे प्रमुख भूमिका अदा कर रहा है साथ ही विकासशील देशो मे आय का प्रमुख स्त्रोत बन गया है। विकासशील देशो मे पर्यटन राजस्व एंव रोज़गार सृजन का प्रमुख स्त्रोत बन गया है। पर्यटन दिवस का प्रमुख उद्देश्य लोगो मे पर्यटन के बारे मे जागरूक बनाना तथा इसके सांस्कृतिक,राजनीतिक तथा आर्थिक महत्व को उजागर करना है। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने विश्व "पर्यटन की आचार-संहिता" तैयार की है ताकि किसी देश की सांस्कृतिक विरासत और पर्यावरण को पर्यटन के नकारात्मक प्रभावो से बचाया जा सके। पर्यटन ही एकमात्र वो तरीका है जिसके ज़रिये लोग नई संस्कृतियो के बारे मे जानते हैं।

     संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यटन दिवस के लिए एक देश को मेज़बान देश घोषित करता है साथ ही प्रत्येक वर्ष एक विषय तय करता है। उदाहरण के लिए 1981 का विषय था- "पर्यटन और जीवन की विशेषता" तथा 1996 मे "पर्य़टन- सहिष्णुता और शांति का एक गुण" विषय था, 2010 का विषय था- "पर्यटन एंव जैवविविधता" (2010), "संस्कृतियों को जोड़ता पर्यटन" 2011 का विषय था।

                          विषय :-----

                          पर्यटन और जल (2013)-----

     2013 मे विश्व पर्यटन दिवस पर संयुक्त राष्ट्र ने लोगो एंव पर्यटन उधोग को जल संरक्षण एंव जल प्रबंधन की सलाह दी। ताकि विश्व भर मे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित किया जा सके। यह आग्रह किया गया कि पर्यटक समुदाय को पर्यटन मे जल प्रबंधन के प्रमुख समस्याओं पर ध्यान देना चाहिये। तथा जल पर्यटन क्षेत्रो मे जल संरक्षण के उपायो को बढ़ावा देना चाहिये।

                      पर्यटन और सामुदायिक विकास (2014)-----

     2014 मे विश्व पर्यटन दिवस "पर्यटन और सामुदायिक विकास" विषय के अंर्तगत मनाया गया। इसका मेज़बान देश मैक्सिको होगा। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटन के द्वारा लोगो को सशक्त बनाने तथा क्षेत्रीय समुदायो को बदलाव मे प्रक्रिया मे शामिल करना है।

                     लोग क्या करते हैं / क्या कर सकते हैं :-----

     पर्यटन को बढ़ाने के लिए विशेष पैकेज , किरायों मे कमी, मुफ्त प्रवेश व छूट आदि दिये जाते हैं। पर्यटको के पसंदीदा स्थल,क्षेत्र,गंतव्य स्थल, भोजन, संस्कृति आदि को बढ़ावा दिया जाता है। अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं जैसे फोटो प्रतियोगिता तथा पुरूस्कार वितरण आदि का आयोजन किया जाता है।

     आम लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है कि वह इन तस्वीरों को शेयर करें ताकि सांस्कृतिक एंव पर्यावरीय जागरूकता को पर्यटन के ज़रिये बढ़ावा मिल सके। पर्यटन उन लोगो मे जोश भर देता है जो अलग-अलग जीवन पध्दतियो को अनुभव करना पसंद करते हैं,नये तरह के खाने और रीति-रिवाज को खोजते रहतें हैं। सांस्कृति स्थानो की यात्रा और अधिक पर्यटन के लिए प्रोत्साहित करती है।

     पर्यटक अपने होटल के कमरों की लाईट बंद करके तथा विधुत उपकरणों के प्लग छुटाकर अपना एक योगदान दे सकतें हैं। ऊर्जा तथा जल बचाकर पर्य़टक एक छोटी सी शुरूआत कर सकते हैं। नहाने के दौरान जल बचाना और प्रतिदिन तौलिया व बैडशीट न बदलना इसके उदाहरण हैं।


                 (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी गाईड्स.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-27.09.2021-सोमवार.