"विश्व हृदय दिवस"- निबंध क्रमांक-2

Started by Atul Kaviraje, September 29, 2021, 01:07:03 AM

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Atul Kaviraje

                                    "विश्व हृदय दिवस"
                                      निबंध क्रमांक-2
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मित्रो,

     आज दिनांक-२९ .०९.२०२१-बुधवार है. आज "विश्व हृदय दिवस" है. आईए जानते  है, इस दिवस का महत्त्व, लेख, निबंध,भाषण,मेसेजेस,कोट्स  एवं अन्य जानकारी.     

                           विश्व हृदय दिवस निबंध –

     विश्व ह्रदय दिवस कब मनाया जाता है : विश्व के विभिन्न देशों में हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' या 'वर्ल्ड हार्ट डे' मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हृदय रोग से प्रतिवर्ष 2.5 मिलियन लोगों की मृत्यु हो जाती हैं तथा वर्ष 2030 तक इन आंकड़ों में 23 मिलियन की वृद्धि होने की संभावना हैं। भारत में कुल मौतों में से लगभग 26% मौते गैर-संक्रामक रोगों (एनसीडी) यानि कि हृदय रोगों के कारण होती है।

                             इतिहास :-----

     विश्व के लोगों को हृदय रोग के प्रति जागरुक करने के मकसद से संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2000 में हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया। अब तक सितम्बर के अंतिम रविवार को 'विश्व हृदय दिवस' मनाया जाता रहा था, लेकिन 2014 से इसे 29 सितम्बर के दिन ही मनाया जाएगा। 'विश्व स्वास्थ्य संगठन' (डब्ल्यूएचओ) की भागीदारी से स्वयंसेवी संगठन 'वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन' हर साल 'विश्व हृदय दिवस' मनाता है।

                           उद्देश्य :-----

     विश्व हृदय दिवस का उद्देश्य पूरे विश्व के लोगों में हृदय से संबंधित होने वाले रोगों, उनके परिणाम व उनके रोकथाम के लिए जागरूक बनाना है। विश्व में हृदय रोग से होने वाली मृत्यु की दर सबसे अधिक है।

                         ह्रदय किसे कहते हैं ?-----

     हृदय एक पेशी अंग है, जो कि जो हमारे परिसंचरण तंत्र के केंद्र में होता है। इस प्रणाली में केशिका, शिराओं और धमनियों का एक नेटवर्क होता हैं। यहाँ से रक्त वाहिकाएं, हमारे शरीर के सभी भागों में रक्त को लेकर जाती हैं। इस प्रकार यह शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। हृदय रोग, हृदय एवं रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाले रोग विकारों का समूह है, जो कि फेफड़े, मस्तिष्क, गुर्दे और शरीर के अन्य भागों में रक्त की आपूर्ति को बाधित करता है।

                        ह्रदय के रोगों के प्रकार :-----

     हृदयाघात, रुमेटिक हृदय रोग, जन्मजात खराबियां, हृदय की विफलता, पेरिकार्डियल बहाव |

                       हृदय रोग के प्रमुख कारण:-----

     उच्च रक्तचाप (उच्च रक्तचाप), उच्च रक्त शर्करा (मधुमेह), उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान एवं अत्यधिक शराब का सेवन करना, परिवार में हृदय रोग का इतिहास, अत्यधिक मोटा होना या मोटापे से पीड़ित होना, उच्च वसा युक्त अस्वस्थ आहार, तनाव, व्यायाम की कमी।

                 हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सुझाव:-----

     कम वसा एवं उच्च रेशा युक्त आहार जैसे कि साबुत अनाजों और फलों तथा सब्जियों का सेवन करें। पैक्ड या प्रसंस्कृत आहार जैसे कि डिब्बाबंद, जमे हुए खाद्य पदार्थों और/या तैयार आहार का सेवन करने से बचें। तंबाकू व धूम्रपान का सेवन करने से बचें। यदि आपका वज़न ज़्यादा हैं, तो अपने शरीर की वसा को कम करें। प्रतिदिन कम से कम तीस मिनट व्यायाम अवश्य करें। नमक का सेवन कम करें। योग, ध्यान एवं अन्य मनोरंजक गतिविधियों द्वारा तनाव को कम करें। अपने वज़न, ब्लड प्रेशर, ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखें। अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराने अवश्य जाएँ।

                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी गाईड्स .इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.09.2021-बुधवार.