"शिक्षक दिन"-कविता क्रमांक-4

Started by Atul Kaviraje, October 05, 2021, 12:34:35 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                          "शिक्षक दिन"
                                         कविता क्रमांक-4
                                       ------------------

मित्रो,

     आज दिनांक-०५ .१०.२०२१-मंगलवार है. यह दिन "शिक्षक दिन" के नामसे भी मशहूर है. आईए पढते है शिक्षक के गुणगानपर कुछ कविताये, रचनाये---
     
           शिक्षक दिवस पर कविताए - टीचर्स डे पोएम----


सही क्या है गलत क्या है
इस सब में फर्क करना सिखाया आपने
सच और झूठ की
पहचान करना सिखाया आपने
जब जिंदगी के रास्ते मुश्किल लगने लगे
तो उन राहो को सरल बनाकर चलना सिखाया आपने
जीवन के हर अँधेरे को रोशन करना सिखाया आपने
जब बंद हो जाए सारे दरवाजे तो नया रास्ता बनाना सिखाया आपने
सिर्फ किताबी ज्ञान ही नही जिंदगी जीना भी सिखाया आपने.
====================================

I want to thank you Not just for being a good teacher
But for being A caring second mother,
I want to thank you Not just for being my teacher
But for being A mentor and a guide ,
I want to thank you Not just for helping me out
But for motivating me And melting away my doubts.


                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-आर के अलर्ट.इन)
                   -----------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.10.2021-मंगळवार.