"विश्व पोलियो दिवस"-लेख क्रमांक-3

Started by Atul Kaviraje, October 25, 2021, 02:32:31 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                        "विश्व पोलियो दिवस"
                                           लेख क्रमांक-3
                                      ---------------------

मित्रो,

     कल  दिनांक २४ .१०.२०२१-रविवार था. कल का दिन "विश्व पोलियो दिवस" यह नाम से भी  जाना जाता है. आईए जानते है, इस दिन का महत्त्व,  एवं  अन्य जानकारी--

      पोलियो में क्या लक्षण दिखाई देते हैं?---

     क्लीवलैंड क्लिनिक के विशेषज्ञों के अनुसार पोलियो से संक्रमित लगभग 72 फीसदी लोगों में किसी भी प्रकार के लक्षण नजर नहीं आते हैं. जबकि शेष 25 फीसदी लोगों को फ्लू की तरह बुखार, गले में खराश, मतली, सिरदर्द, थकान और शरीर में दर्द जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है. इसके अलावा कुछ रोगियों में पोलियो के निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं.

पैरेस्थीसिया : हाथ और पैर में सुइयों के चुभने जैसा एहसास

मेनिनजाइटिस : मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के आवरण में संक्रमण
लकवा : हाथों, पैरों को हिलाने में अक्षमता की स्थिति
पोलियो का निदान कैसे किया जाता है?

     चूंकि, पोलियो के ज्यादातर लक्षण, अन्य वायरल संक्रमणों से मिलते-जुलते हैं, इसलिए पोलियो के निदान के लिए डॉक्टर कुछ परीक्षण कराने की सलाह दे सकते हैं. पोलियो संक्रमण का संदेह होने पर डॉक्टर रोगी के मल और गले की लार के सैंपल को टेस्ट करने के लिए भेज सकते हैं. यदि रोगी में बहुत गंभीर संक्रमण है, तो मस्तिष्कमेरु द्रव (सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूड) को परीक्षण के लिए भेजा जा सकता है. परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर संक्रमण की स्थिति का पता चलता है.

                   क्या पोलियो का इलाज हो सकता है?---

     पोलियो का कोई इलाज नहीं है. पोलियो संक्रमण को रोकने के लिए बच्चों को पोलियो का टीका दिया जाता है. पोलियो के ड्रॉप्स उपलब्ध हैं, जिसे हर बच्चे को पिलाने के लिए समय-समय पर कैंप लगाए जाते हैं. यदि किसी व्यक्ति को पोलियो का संक्रमण हो जाए तो उपचार के लिए अन्य वायरल संक्रमणों की तरह ही उपायों को प्रयोग में लाया जाता है. रोगी में बुखार और शरीर के दर्द को कम करने के लिए दर्द निवारक दवाएं दी जाती हैं. इसके अलावा तरल पदार्थों के अधिक से अधिक सेवन और आराम की सलाह दी जाती है. जिन लोगों में विकलांगता और लकवा के जोखिम होते हैं उनमें मांसपेशियों की गतिशीलता में सुधार के लिए फिजिकल थेरपी दी जाती है. कुछ लोगों को गंभीर अवस्था में सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है, ऐसे में उन्हें वेंटिलेटर पर रखने की आवश्यकता होती है. (अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, पोलियो का टीका कब, क्यों लगवाना चाहिए और इसके लाभ पढ़ें।) (न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं।)

                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी.न्यूझ १८.कॉम)
                   -------------------------------------------


-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.10.2021-सोमवार.