II गणतंत्र दिवस II-कविता क्रमांक-12

Started by Atul Kaviraje, January 26, 2022, 11:56:07 PM

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Atul Kaviraje

                                          II गणतंत्र दिवस II
                                           कविता क्रमांक-12
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मित्रो,

       आज बुधवार, दिनांक-२६ जानेवारी, २०२२ है.  इसी दिन, 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको प्रजासत्ताक (गणतंत्र) दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, गणतंत्र दिवस पर कविताए.


भारत देश हमारा है, यह हमको जान से प्यारा है
दुनिया में सबसे न्यारा, यह सबकी आंखों का तारा है

मोती हैं इसके कण- कण में, बूँद- बूँद में सागर है
प्रहरी बना हिमालय बैठा, धरा सोने की गागर है

भूमि ये अमर जवानों की है, वीरों के बलिदानों की
रत्नों के भंडार भरे हैं, गाथा स्वर्णिम खानों की

सत्य, अहिंसा, शांति बाँटता, इसकी शान तिरंग़ा है
गोद खेलती नटखट नदियाँ, पावन यमुना- गंगा है

चंदन की माटी से महके, मातृभूमि को वंदन है
कोटि-कोटि भारतवालों का, सुंदर सा यह नंदन है

दुनिया में सबसे न्यारा यह, सबकी आँखों का तारा है
हमको जान से प्यारा यह, भारत देश हमारा है.-
जय हिन्द ,जय भारत


--सुरेश  सैनी
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rk अलर्ट.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.01.2022-बुधवार.