II होली II-बधाई सन्देश क्रमांक-4

Started by Atul Kaviraje, March 18, 2022, 01:46:26 PM

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Atul Kaviraje

                                            II होली II
                                       बधाई सन्देश क्रमांक-4
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मित्रो,

      कल दिनांक-१७.०३.२०२२, गुरुवार था.  "होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। ". हिंदी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको होली के इस पावन पर्व की अनेक हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है, लेख, महत्त्व, जIनकारी, निबंध, शायरी, बधाई संदेश, शुभकामनाये एवं अन्य.

पूर्णिमा का चाँद,
रंगो की डोली चाँद से उसकी,
चांदनी बोली खुशियों से भरे,
आपकी झोली मुबारक हो आपको,
--रंग-बिरंगी होली

फाल्गुन का महीना वो
मस्ती के गीत रंगो का मेला वो
नटखट से खेल दिल से निकलती है
ये प्यारी सी बोली मुबारक हो
--आपको ये रंगो भरी होली

रंग रंगीला माहौल हो,
अपनों का साथ हो
स्वादिष्ट पकवानो की मिठास पास हो
फिर देरी किस बात की करते हो
यारो उठाओ गुलाल और धमाल करो प्यारों

सोचा किसी को याद करेंअपने किसी ख़ास को याद करें
किया जो हमने फैसला होली मुबारक कहने का
दिल ने कहा क्यूँ न आपसे शुरुआत करें

लाल गुलाबी रंग है झूम रहा संसार
सूरज की किरण खुशियों की बहार
चाँद की चांदनी अपनों का प्यार
--शुभ हो आपको होली का त्यौहार

रंगों से भरा रहे जीवन तुम्हारा
खुशियाँ बरसे तुम्हारे अंगना
इन्द्रघनुष सी खुशियाँ आये
आओ मिलकर होली मनाये
रंगों की ना होती कोई जात
वो तो लाते बस खुशियों की सौगात
हाथ से हाथ मिलाते चलो
होली है होली रंग लगाते चलो
होली विशेष निकलो गलियों में बना कर टोली
भिगा दो आज हर एक की झोली
कोई मुस्कुरा दे तो उसे गले लगा लो
वरना निकल लो, लगा के रंग
--कह के हैप्पी होली होली की शुभकामनाएं

पिचकारी की आई बाज़ारों में बौछार
हर कोई मांगे अनोखी पिचकारी
हर बार बच्चों को होता त्यौहारों से प्यार
वही तो बनाते त्यौहारों को गुलज़ार

गुझिया की महक आने से पहले
रंगों में रंगने से पहले
होली के नशे में डूबने से पहले
--हम आपसे कहते है हैप्पी होली सबसे पहले

खा के गुजिया पीके भंग
लगा के थोड़ा थोड़ा सा रंग
बजा के ढोलक और मृदंग
खेले होली हम तेरे संग


--AUTHOR UNKNOWN
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                   (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी जानकारी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.03.2022-शुक्रवार.