II रंगपंचमी II-निबंध क्रमांक-1

Started by Atul Kaviraje, March 18, 2022, 08:50:28 PM

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Atul Kaviraje

                                            II रंगपंचमी II
                                            निबंध क्रमांक-1
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मित्रो,

     आज दिनांक-१८.०३.२०२२, शुक्रवार, रंगपंचमीका रंगीत दिन है. "हर साल धुलेंडी यानी रंगों वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन मनाया जाता है। फिर होली वाले दिन रंग-गुलाल के साथ होली खेली जाती है। इस साल यानी साल 2022 में 17 मार्च को होलिका दहन होगा और इसके बाद 18 मार्च को होली मनाई जाएगी। होली के पांचवें दिन यानी चैत्र कृष्ण पंचमी को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है।" मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको इस रंगीन पर्व कि हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है इस दिवस का महत्त्व, लेख, निबंध, शुभकामनाये, शायरी, बधाई संदेश एवं अन्य जIनकारी--

                मेरा प्रिय त्योहार होली (रंगपंचमी) निबंध---

     "इस साल यानी साल 2022 में 17 मार्च को होलिका दहन होगा और इसके बाद 18 मार्च को होली मनाई जाएगी। होली के पांचवें दिन यानी चैत्र कृष्ण पंचमी को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है। रंगपंचमी का त्योहार देवताओं को समपर्ति माना गया है। देशभर में रंगपंचमी काफी धूमधाम से मनाई जाती है।"

     रंग पंचमी एक हिंदू त्योहार है जो होली के रंगीन त्योहार के ठीक पांच दिन बाद मनाया जाता है। देश के कई क्षेत्रों में, रंग पंचमी पर फूलों के आनंदमय उत्सव के साथ होली का उत्सव समाप्त होता है।

     शिकवा को भूल जाइए और इस त्योहार का आनंद लीजिए, जहां मथुरा के अलग-अलग मंदिरों में रंग पंचमी अलग-अलग तरीके से मनाई जाती है और यहां 60 दिनों तक होली मनाई जाती है। बहुत से लोग रंग पंचमी को रंगों के होली त्योहार के साथ भ्रमित करते हैं, और जबकि इसे इसी तरह से मनाया जाता है, यह पूरी तरह से अलग कारण से मनाया जाता है।

     यह होली से काफी मिलता-जुलता है और इसे गुलाल फेंककर और लोगों पर रंगीन पानी छिड़क कर मनाया जाता है। धुलीवंदन हिंदू चंद्र मास फाल्गुन के अंधेरे आधे के पांचवें दिन (पंचमी) को सुगंधित लाल पाउडर (गुलाल) फेंककर और रंगीन पानी छिड़क कर मनाया जाता है। वे एक दूसरे के ऊपर पेंट करते हैं और 5वें दिन रंगीन पानी से छींटे मारते हैं।

     शुक्रवार को लोग फूलों से खेलते हैं और भगवान कृष्ण और राधा देवी की पूजा करते हैं। भारत के कुछ हिस्सों में लोग फूलों से खेलकर होली क्यों मनाते हैं, इसका एक और कारण कृष्ण और राधा की पौराणिक कथा है। रंगों के त्योहार होली के दौरान कुछ स्थानों पर हिंदू भक्त भगवान कृष्ण और राधा की पूजा भी करते हैं।

     रंगों का त्योहार होली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भारत के अधिकांश हिस्सों में मनाया जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में होली कई दिनों तक मनाई जाती है। जहां भारत के कुछ हिस्सों में होली दो दिनों तक चलती है, वहीं अन्य में यह उत्सव दस दिनों तक चलता है।


--AUTHOR UNKNOWN
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             (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अमेझिंग स्टोरी ८२.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.03.2022-शुक्रवार.