IIओम सूर्याय नमःII-श्री सूर्यदेव अमृतवाणी-क्रमांक-१

Started by Atul Kaviraje, April 03, 2022, 06:43:26 PM

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Atul Kaviraje

                                       IIओम सूर्याय नमःII
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्यदेव अमृतवाणी .


                                      श्री सूर्यदेव अमृतवाणी
                                            क्रमांक-१
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सूर्य देव का नाम जप,रख मन भक्ति भाव,
सरल सुलभ हो मार्ग सब, जब हो इनका प्रभाव,
नमस्कार से भागते, दम्भ और अभिमान,
दुनियाँ तुझको नमन करे, देके मान सम्मान,
सूर्य जी प्रभात में,मंगल फल है देत,
साधक के तिमिर सभी, पल में वो हर लेत,
जीवन में आदित्य जी, समृद्धि भर देत,
जीवन नदिया आग की, उस पर ये है सेत,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,

सबसे पहले जो इन्हें, जल करता अर्पण,
उसके धुले सब पाप और निर्मल होत मन,
चढ़ा के जल आदित्य पे, अपना माथा टेक,
तेरे भाग्य की सदा, बदल जायेगी रेख,
सबसे पहले अर्चना, आपकी हितकारी,
जीवन राहों की बाधा, मिट जाएं सारी,
प्रथम पूजनीय आप हो, प्रथम दर्शनीय आप,
मंगल करता दुःख हरता,सुख करता हो आप,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान

--पामेला जैन
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               (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-लैरिकस पंडितस.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-03.04.2022-रविवार.