निबंध-क्रमांक-21-कोरोना वायरस के दौरान जीवन और कार्य पर निबंध

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2022, 09:26:43 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       "निबंध"
                                      क्रमांक-21
                                     -----------

मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है-"कोरोना वायरस के दौरान जीवन और कार्य पर निबंध"

            कोरोना वायरस के दौरान जीवन और कार्य पर निबंध--
           ---------------------------------------------

     लॉकडाउन में शिक्षा क्षेत्र में काफी परिवर्तन आया  है।  इस साल कोरोना संकटकाल के कारण स्कूल , कॉलेज खुल नहीं पाए है। जिसकी वजह से ऑनलाइन शिक्षा पर ज़्यादा ज़ोर दिया गया है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए , ऑनलाइन शिक्षा और दूरस्थ इंटर्नशिप जैसे माध्यमों को बढ़ावा मिला है।  विद्यार्थी शिक्षा से वंचित ना रहे , इसलिए ऑनलाइन शिक्षा को आरम्भ किया गया है। हाल ही में नीट और जी परीक्षाओं में सामाजिक दूरी और ज़रूरी चीज़ो का ध्यान रखा गया और कई राज्य सरकारों ने परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक  निशुल्क यात्रा प्रदान करवाई।

     कोरोना वायरस के दौरान कार्य शैली में भी कई परिवर्तन हुए है। कई लोगो ने अपनी नौकरी इस संकटकाल में गंवाई। कई लोगो को अपनी आय भी प्राप्त नहीं हो पायी है। इस संकटकाल के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था बुरी तरीके से प्रभावित हुयी है। इसी दौरान गरीब मज़दूरों और लघु , कुटीर उद्योगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी है।   इस संकटकाल में भारत की जीडीपी -23 .8 हो गयी है।  लेकिन फिर भी भारत सरकार अपनी तरफ से पूरी चेष्टा कर रही है ताकि अर्थव्यवस्था को जल्द पटरी पर लाया जाए। भारत में कई उद्योगों को इस समय आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है।  लेकिन फिर से नए सिरे से सब कुछ ठीक करने की कोशिशे सरकार द्वारा की जा रही है।

     लॉकडाउन के कारण लोगो की दैनिक आवाजाही रुक  गयी है , जिसके कारण  कुछ लोग तनाव में आ गए है। तनाव और परेशानी का मुख्य  कारण आर्थिक परिस्थितियां है। हमे  और सरकार को समाजिक रूप से एक बेहतर  भविष्य निर्माण करना होगा , जिससे की हम देश के अर्थशास्त्र को बदल सके। गैर सरकारी कई कंपनियों पर इस संकटकाल के कारण ताला लग गया है।

     सुरक्षा की दृष्टि से लोगो के घर और दफ्तरों में बदलाव किये जा रहे है। ज़्यादातर  आईटी और मार्केटिंग कंपनी में काम कर रहे कर्मी घर के एक हिस्से को दफ्तर के रूप में परिवर्तित कर रहे  है। कहा जा रहा है की कोरोना महामारी के खत्म होने  के पश्चात  घर और ऑफिस के डिज़ाइन  में ज़रूरी परिवर्तन किये जाएंगे। लोग समाजिक दूरी के कारण बहुत अधिक सुरक्षा में बाहर निकल रहे है। तेज़ी से हो रहे औद्योगीकरण  की रफ़्तार कम होगी और कुछ लोग शहरों से छोटे शहरों की ओर रुख कर सकते है।

--👩Rima Bose
(17 September 2020)
------------------------

                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी-एसे.कॉम)
                       -------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.09.2022-सोमवार.