निबंध-क्रमांक-27-कोरोना महामारी का विद्यार्थी जीवन पर प्रभाव पर निबंध

Started by Atul Kaviraje, September 25, 2022, 09:26:44 PM

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Atul Kaviraje

                                        "निबंध"
                                      क्रमांक-27
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मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है-"कोरोना महामारी का विद्यार्थी जीवन पर प्रभाव पर निबंध"

              कोरोना महामारी का विद्यार्थी जीवन पर प्रभाव पर निबंध--
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            कोविड-19 कोरोना वायरस का शिक्षा पर असर/प्रभाव –

     कोविड-19 की महामारी ने आज समूचे विश्व की अर्थव्यवस्था, शैक्षिक व्यवस्था तथा सामाजिक स्तर को अत्यंत प्रभावित किया है। कोविड-19 के प्रभाव के कारण सरकार द्वारा लॉकडाउन के दिशा निर्देश समय समय पर दिए गए। इस निर्देश के चलते स्कूल, कॉलेज को पूर्णता बंद कर दिया गया है। इस स्थिति में ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली की शुरुआत की गई, परंतु ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले छात्र- छात्राओं के लिए यह व्यवस्था ज्यादा कारगर साबित नहीं हो सकेगी। क्योंकि वहां अधिकतर लोगों के पास ऑनलाइन पढ़ाई करने के लिए ना तो एंडरॉइड फोन है और नेट की उचित व्यवस्था है। ऐसे में आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार के छात्रों के लिए पढ़ाई करना बेहद मुश्किल है।

     कोविड-19 के प्रभाव के कारण विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं को भी निरस्त कर दिया गया। जिनसे विद्यार्थियों के आत्म विश्वास पर भी असर पड़ा। परीक्षाओं के ना होने के कारण शिक्षा की गुणवत्ता पर भी असर पड़ा है। नए सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को भी आगे मुश्किल का सामान करना पड़ेगा।

     भविष्य में शिक्षा प्रणाली को पुनः उचित स्तर पर लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने पड़ेंगे। कोविड-19 के कारण उत्पन्न यह स्थिति विद्यार्थियों के मनोबल को तथा पढ़ाई के हेतु उनके लगन को ठेस पहुंचा रही है। इस समय यह आवश्यकता है कि अभिभावक अपने बच्चों को घर पर पढ़ाई करने के लिए उत्साहित करे ताकि शिक्षा के प्रति उनकी रुचि में कमी ना आए। साथ ही विद्यार्थी अपने साथियों के साथ आपस में पढ़ाई से संबंधित चर्चा करें। इससे उनके ज्ञान में संभावित रूप से वृद्धि होगी।

                          निष्कर्ष--

     राष्ट्रिय स्तर पर एडुटेक सुधार होना आवश्यक है जो वर्तमान भारतीय शिक्षा प्रणाली में प्रौद्योगिकी का समावेश है। संकट के इस समय में युवा दिमाग की क्षमता निर्माण के लिए प्रभावी शैक्षिक अभ्यास की आवश्यकता है। शिक्षकों के साथ छात्रों को भी डिजिटिलआयी जेशन के लिए सहायता करने की आवश्यकता है। कुछ समय के लिए भारत को दसवीं और बारहवीं  लिए शिक्षा मुक्त सेवाएं ऑनलाइन लर्निंग के माध्यम से शुरू करने की ज़रूरत है। केंद्र सरकार और राज्य को देश और शिक्षा  की प्रगति के विशेष उपाय करने की आवश्यकता है।  शिक्षा संगठन यह सुनिश्चित  करे  कि विद्यार्थी लॉकडाउन के वक़्त शिक्षा प्राप्त करे और अपनी पढ़ाई जारी रख सके और शिक्षा में बाधा उतपन्न न हो।

--👩Rima Bose
(18 May 2021)
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी-एसे.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.09.2022-रविवार.