निबंध-क्रमांक-34-संगीत पर निबंध

Started by Atul Kaviraje, October 02, 2022, 08:24:48 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                      "निबंध"
                                    क्रमांक-34
                                   -----------

मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है-"संगीत पर निबंध"

                संगीत पर निबंध (Music Essay in Hindi)--
               ----------------------------------------

     संगीत सभी के जीवन में महान भूमिका निभाता है। यह हमें खाली समय में व्यस्त रखता है और हमारे जीवन को शान्त पूर्ण बनाता है। सुव्यवस्थित ध्वनि, जो रस की सृष्टि से उत्पन्न होती है, वह संगीत कहलाती है। संगीत के मोहन-सुर की मादकता का जीव जगत पर जो प्रभाव पड़ता है, वह किसी से छिपा नहीं है। संगीत हमारे जीवन में आन्तरिक और आवश्यक भूमिका निभाता है। संगीत विभिन्न प्रकार का होता है, जिनका हम अपनी आवश्यकता और जरूरत के अनुसार आनंद ले सकते हैं।

                      संगीत का शौक--

                प्रस्तावना--

     पूरी मानव प्रजाति के लिए संगीत भगवान द्वारा दिया गया उपहार है। यह हमारे लिए एक आत्मीय कुंजी के समान है जो हमें मानसिक तथा शारीरिक स्वस्थ रुप से स्वस्थ बनाये रखने में हमारी सहायता करता है। संगीत वो लय है, जो बीते समय, पसंदीदा स्थानों, व्यक्तियों या उत्सवों आदि की सभी अच्छी यादों और सकारात्मक विचारों को लाता है। संगीत बहुत ही मधुर और वैश्विक भाषा है, जो सब कुछ शान्तिः से बताता है और हमारी सभी समस्याओं को हमसे बिना पूछे खत्म करता है।

     मैं संगीत के प्रति बहुत प्रतिबद्ध हूँ और इसे अधिकतर सुनता हूँ। यह बहुत बड़े स्तर पर राहत प्रदान करते हुए मुझे खुश रखता है। संगीत सुनना मेरा शौक है और यह मेरे स्वस्थ और सुखी जीवन का रहस्य है। यह मेरे लिए भगवान का तोहफा है, जिसे मैं अपने भले के लिए प्रयोग करता हूँ और इसके साथ ही दूसरों को भी संगीत सुन कर इससे लाभ लेने की सलाह देता हूँ।

                     संगीत का शौक--

     मैं बचपन से ही अपने पिता के कारण संगीत सुनने का शौकीन होने के साथ ही अपने मित्रों के साथ संगीत प्रतियोगिता, चर्च, जन्मदिन समारोह, आदि अन्य स्थानों पर गायन में भाग भी लेता हूँ। संगीत मेरे जीवन का बहुत महत्वपूर्ण भाग है; मैं संगीत के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। मेरे माता-पिता, विशेष रुप से मेरे पिता ने मुझे संगीत सीखने में बहुत प्रोत्साहित किया और मेरी इस आदत को एक अद्भुत पहचान दी।

     संगीत बहुत ही आसान है; जिसे कोई भी किसी भी समय सीख सकता है हालांकि, इसे सीखने के लिए शौक, नियमित अभ्यास और अनुशासन की आवश्यकता है। मैं बंसी बजाना बहुत अच्छे से जानता हूँ, जिसके कारण मेरे मित्रों और साथियों के बीच में मेरी काफी प्रशंसा होती है। यह मेरे मस्तिष्क को शान्त करने का कार्य करता है। इसके साथ ही यह मुझे सकारात्मक विचारों से भी भरता है जो मेरे व्यक्तिगत जीवन में मेरी काफी सहायता करता है। इस तरह कहा जा सकता है कि, संगीत आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करने के साथ ही मनुष्य में आत्मविश्वास को भी विकसित करता है।

                        भारतीय संगीत--

     भारतीय संगीत प्राचीन काल से ही भारत में काफी लोकप्रिय है, इसे काफी समय से सुना तथा पसंद किया जाता है। इस संगीत का प्रारंभ वैदिक काल से भी पूर्व का है। इस संगीत का मूल स्रोत वेदों को माना जाता है। हिंदु परंपरा मे ऐसी मान्यता है कि ब्रह्मा ने नारद मुनि को संगीत वरदान में दिया था। भारतीय संगीत दुनिया भर में काफी प्रसिद्ध है। यह काफी शांति और सुकून प्रदान करने वाला है, भारतीय संगीत इतिहास में ऐसे महान कलाकारों का वर्णन है, जो अपने संगीत द्वारा पेड़-पौधों और प्रकृति को भी मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

                          निष्कर्ष--

     संगीत बहुत ही शक्तिशाली माध्यम है और सभीतक काफी सकारात्मक संदेश पहुँचाता है। हमें संगीत द्वारा काफी सहायता मिलती है, संतीत हमारे जीवन को और भी अच्छा करने का कार्य करता है। संगीत की प्रकृति प्रोत्साहन तथा बढ़ावा देने की भी है, जो सभी नकारात्मक विचारों को हटाकर मनुष्य की एकाग्रता की शक्ति को बढ़ाने का कार्य भी करता है। संगीत वो वस्तु है जो हमारे सबसे प्रिय व्यक्ति के साथ की, सभी अच्छी यादों को पुनः ताजा करने में हमारी सहायता करता है।

--AUTHOR UNKNOWN
-------------------------
(JANUARY 13, 2017)
-----------------------

                  (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी की दुनिया.कॉम)
                 -------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-02.10.2022-रविवार.