निबंध-क्रमांक-59-समय का सदुपयोग पर निबंध

Started by Atul Kaviraje, October 27, 2022, 09:09:50 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                        "निबंध"
                                       क्रमांक-59
                                      -----------

मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है- "समय का सदुपयोग पर निबंध"

समय का सदुपयोग पर निबंध – Samay ka sadupayog Essay in Hindi--
---------------------------------------------------------------------

     अङ्ग्रेज़ी में कहावत है Time is money अर्थात समय ही धन है। समस्त जीवन भर मानव धन कमाने और ऐश्वर्या को पाने के लिए अनवरत प्रयास करता रहता है। अंतत; उसे धन प्राप्त हो जाता है। चिकित्सक की सलाह मानकर, व्यायाम करके खोया हुआ स्वास्थ्य भी मिल जाता है। बचपन के बिछुड़े साथी फिर मिल जाते हैं परन्तु जीवन के जो क्षण एक बार चले गए वे फिर इस जीवन में कभी नहीं मिलते। समय का चक्र लगातार घूमता रहता है। एक बार जो पल बीत गया वह लौट कर नहीं आता।

     जीवन में सफलता भी उन्हीं मनुष्यों को प्राप्त होती है, जो अपने एक समय का भी अपव्यय नहीं करते, अपितु अधिक से अधिक उसका सदुपयोग करते हैं। अब यह आपके ऊपर है कि इन बहुमूल्य समय का आप कैसे सदुपयोग करते हैं – निद्रा में या निज कार्यपूर्ति में, विद्या में या विवाद में, मैत्री में या कलह में, रक्षा में या परपीडन में। समय की अमूल्यता की द्योतक कबीर की पंक्तियाँ कितनी महान हैं –

काल करै सो आज कर, आज करै सो अब।
पल में परलै होयगी, बहुरि करैगो कब।।

     जीवन की सफलता का रहस्य समय के सदुपयोग में ही अंतर्निहित है। चाहे वह निर्धन हो या धनवान, किसान हो या मजदूर, राजा हो या प्रजा, विद्वान हो या मुर्ख, समय पर सभी का समान अधिकार है। समय की उपयोगिता साधारण से साधारण व्यक्ति को भी महान बना देती है। आज तक जितने भी महान पुरुष हुए उनके जीवन की सफलता का रहस्य एकमात्र समय के अमूल्य क्षणों का सदुपयोग ही रहा है। बड़े से बड़े संकटों, भयानक से भयानक संघर्षों में भी सदैव विजय वैजयंती उनका वरण करती है।

     एक प्राचीन कहावत है " समय किसी का इन्तजार नहीं करता " । इसका मतलब है कि मानव की सभी सफलताएं, आशाएं व इच्छाएं समय पर ही निर्भर करती हैं । उदाहरणार्थ – "पाँच मिनट" के महत्व और महात्म्य के अपरचित आस्ट्रियन नैपोलियन से युद्ध में पराजित हो गए थे। नैपोलियन के एकमात्र साथी ग्रुशी के आने में पाँच मिनट के विलम्ब ने नैपोलियन को बन्दी की उपाधि से विभूषित कर दिया था।

     अत: समय का सदुपयोग करना मानव के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । आलस्यरहित होकर यथासमय प्रत्येक कार्य को करना ही समय की उपयोगिता है। जो मनुष्य आज का काम कल पर टाल देते हैं उनका काम कभी पूरा नहीं होता। वे जीवन में सदैव पश्चाताप की अग्नि में जलते रहते हैं। परन्तु जलने से कोई लाभ नहीं होता क्योंकि – "समय चूकि पुनि का पछिताने" वे आगे बढ़ने के समय में भी पीछे रहते हैं। बुद्धिमान व्यक्ति अपने अवकाश के क्षणों को भी व्यर्थ नहीं जाने देता।

     बुद्धिमान व्यक्ति अपने विश्राम के समय को भी व्यर्थ नहीं जाने देता, सद्दग्रंथों के अवलोकन में ही उसका समय व्यतीत होता है परन्तु मुर्ख अपना समय बुरे व्यसनों में सोने में या आपस के लड़ाई – झगड़ों में ही खो देते हैं। उनकी दृष्टि में न तो समय का मूल्य होता है और न जीवन की क्षण भंगुरता का मूल्य। परन्तु बुद्धिमान व्यक्ति समय के सदुपयोग में आत्मिक आनन्द और शारीरिक सुख का अनुभव करता है। ऐसे व्यक्तियों का समाज आदर करता है।

--AUTHOR UNKNOWN
-------------------------

                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी लर्निंग.इन)
                     -------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-27.10.2022-गुरुवार.