रात से रिश्ता

Started by शिवाजी सांगळे, November 04, 2022, 06:11:27 AM

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शिवाजी सांगळे

रात से रिश्ता

रात कर मुझसे बात, मै भी कहता हूँ कुछ
दासताँ तु अपनी सुना, फिर मुझसे भी पुछ

कट जाएगा दौर, ये खामोश तनहाइयों का
बिता हुआ कल, रहकर याद आता है कुछ

बेबसी मे थककर, तु तो ढल जाएगी कल
अकेला मै रहूँगा, तु याद आती रहेगी कुछ

रिश्ता दोनोंमें हुआ, कौन जाने कैसे जुडा
मै तो नहीं कहूंगा, तु भी मुझे कभी न पुछ

तु अपनी सुना दासताँ, फिर मुझसे भी पुछ
रात कर मुझसे बात, मै भी कहता हूँ कुछ

©शिवाजी सांगळे 🦋papillon
संपर्क: +९१ ९५४५९७६५८९
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