II श्री गणेशाय नमः II-श्री गणेश भजन-सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ गौरी सूत गणराज

Started by Atul Kaviraje, November 08, 2022, 09:14:10 PM

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Atul Kaviraje

                                   II श्री गणेशाय नमः II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज मंगळवार. श्री गणेश वार. आज ऐकुया श्री गणेश भजन. या भजनIचे बोल आहेत- "सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ गौरी सूत गणराज"

                                  श्री गणेश भजन
                     "सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ गौरी सूत गणराज"
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        (फ़िल्मी तर्ज - देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान)
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सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ,
गौरी सूत गणराज,
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान, तुम हो देवों के सरताज।।

गंगाजल स्नान कराऊँ,
केसर चंदन तिलक लगाऊं,
रंग बिरंगे फुल मे लाऊँ,
सजा सजा तुमको पह्राऊ,
लम्बोदर गजवदन विनायक,
राखो मेरी लाज, तुम हो देवों के सरताज।।

जो गणपति को प्रथम मनाता,
उसका सारा दुख मीट जाता,
रिद्धि सिध्दि सुख सम्पति पाता,
भव से बेड़ा पार हो जाता,
मेरी नैया पार करो,
मैं तेरा लगाऊं ध्यान, तुम हो देवों के सरताज।।

पार्वती के पुत्र हो प्यारे,
सारे जग के तुम रखवाले,
भोलेनाथ है पिता तुम्हारे,
सूर्य चन्द्रमा मस्तक धारें,
मेरे सारे दुख मीट जाये,
देवों यही वरदान, तुम हो देवों के सरताज।।

सबसे पहले तुम्हे मनाऊ,
गौरी सूत गणराज
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान, तुम हो देवों के सरताज।।

--भजन गायक : मुकेश कुमार मीना
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                     (साभार एवं सौजन्य-गणेश जी के भजन लिरिक्स)
                           (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-08.11.2022-मंगळवार.