लफ़्ज़ों का खेल-गेम-महकी महकी

Started by Atul Kaviraje, December 10, 2022, 09:36:37 PM

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Atul Kaviraje

                                    "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "श्रेया घोषाल, क्षितिज वाघ" की आवाज मे "गेम" फिल्म का गीत.

                                   "महकी महकी"
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दिलकशों-दिलनशीं, मैं हूँ इक कली
खुशबुओं रंगों की बाहों में पली
महका-सा अंग है, बहका-सा रंग है
क्यों मैं हूँ मनचली, किसको यहाँ है पता

ये कैसा रूप है, छाँव या धूप है
ऐ नाजुक-सी कली, तू कौन है ये बता
तू महकी-महकी, तू जवाँ जवाँ
रंगों भरी होगी ये दास्ताँ
जूही खिली तू, जिनसे मिली तू
कैसे-कैसे भँवरे थे हमें बता दे

कैसे सुनाऊँ मैं ये दास्ताँ
कोई जैसे ये कहता है यहाँ
बिता हुआ कल, बीते हुए पल
धीरे-धीरे दिल से तू उन्हें भुला दे

कल ये कली ना रहे भी तो ग़म क्या
राह में फूल और कलियाँ हैं कम क्या
जाओ जहाँ देखो जहाँ
चेहरों की कलियाँ ही कलियाँ है
खिलती वहाँ देखना
हो महका सा अंग है...

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महकी महकी - Mehki Mehki
Movie/Album: गेम (2011)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: श्रेया घोषाल,क्षितिज वाघ
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              (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                      (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-10.12.2022-शनिवार.